नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले से पुरे देश में आक्रोश है। मातृभूमि के रखवालों के शवों को देखकर पूरा देश रो रहा है। गम के साथ-साथ हर हिंदुस्तानी गुस्से में है। पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लग रहे हैं। इस कायराना हमले के साजिशकर्ताओं से बदला लेने और उन्हें कभी न भूल पाने वाली सजा देने की मांग की जा रही है। पूरा देश एकजुट है। विपक्षी दल भी सरकार के साथ खड़े हैं और कह रहे हैं कि इस हमले का करारा जवाब दिया जाए। वहीं, आतंकी हमले के मास्टरमाइंड की तलाश तेज कर दी गई है।
Pulwama Terror Attack Highlights
पुलवामा आत्मघाती हमले में शहीद हुए जवानों के शव आज उनके पैतृक गांव पहुंचे। शहीदों के पार्थिव शरीर को देखकर न सिर्फ उनके परिजन बल्कि दूर-दराज तक के इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। कहीं आंसू, तो कहीं गुस्सा देखने को मिल रहा है। शहीदों की अंतिम विदाई देने के लिए पूरा का पूरा गांव इकट्ठा हो रखा है। इस हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ कांस्टेबल अश्वनी का पार्थिव शरीर भी उनके पैतृक गांव लाया गया। उनका गांव मध्य प्रदेश के जबलपुर में है। शहीद की अंतिम विदाई में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए और शहीद अश्वनी के शौर्य को सलाम किया। महाराजगंज में पुलवामा हमले में शहीद हुए पंकज कुमार त्रिपाठी की अंतिम यात्रा में भी हजारों लोग शामिल हुए।
पुलवामा आतंकी हमले में बिहार के दो जवान शहीद हुए। उन्हें पार्थिव शरीर आज बिहार पहुंचे। जहां राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं, हमले में तमिलनाडु के दो जवान शहीद हुए हैं। तमिलनाडु की सरकार ने शहीद जवानों के परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
आतंकवाद के खिलाफ देश के सभी राजनीतिक दल एकजुट नजर आए। पुलवामा आतंकी हमले को लेकर शनिवार को संसद भवन में सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षाबलों को ‘फ्री हैंड’ (खुली छूट) दे दिया गया है, राज्य में कुछ ऐसे लोग हैं जो सीमापार के इशारे पर चलते हैं। गृहमंत्री ने कहा कि हम एकजुट होकर आतंकवाद को उखाड़ फेंकेंगे। जम्मू-कश्मीर में पूर्ण रूप से अमन-चैन बहाल होगा। इस दौरान सभी दलों के नेताओं ने मौन रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
सर्वदलीय बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम इस संकट की घड़ी में देख और सरकार के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा, ‘पूरा देश दुखी है, मातम में है। यह बहुत बड़ी घटना है। चाहे वह कश्मीर हो या फिर देश का कोई और दूसरा हिस्सा….देश की एकता और सुरक्षा के लिए हम सरकार के साथ खड़े हैं। आतंकवाद की लड़ाई में पूरी तरह से कांग्रेस पार्टी सरकार का समर्थन करती है। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘हमने सरकार को कहा है कि अब उन्हें एक्शन लेना चाहिए।’
पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया को अन्य सीनियर अफसरों के साथ विदेश मंत्रालय मीटिंग के लिए बुलाया गया। पुलवामा हमले के बाद उन्हें शुक्रवार को भारत वापस बुलाया गया था।
पुलवामा हमले के विरोध में महाराष्ट्र के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला। जहां नालासोपारा में लोगों ने ट्रेनें रोककर प्रदर्शन किया। काफी देर के हंगामे के बाद पुलिस को उन्हें हटाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस विरोध प्रदर्शन के कारण मुंबई लोकल ठप पड़ गई, स्टेशनों पर अफरातफरी का माहौल देखने को मिला। हालांकि,बाद में स्थिति पर काबू पा लिया गया। जीआरपी, आरपीएफ ने प्रदर्शनकारियों को ट्रैक से हटाया।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद शोक में डूबा भारत। इस बीच राजस्थान में चल रहे गुर्जर आंदोलन को भी बंद करने का ऐलान किया गया। गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित के लिए ऐसा किया जा रहा है।
शनिवार को अपने महाराष्ट्र दौरे के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने देश को भरोसा देते हुए कहा, ‘धैर्य रखिए, अपने जवानों पर भरोसा रखें। पुलवामा के जवानों के गुनहगारों को सजा कैसे देनी है, कहां देनी है और कब देनी है। किस प्रकार की सजा देनी है, यह हमारे जवान तय करेंगे।’ पीएम ने आगे कहा कि सरकार ने सुरक्षाबलों को खुली छूट दे दी है। पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए पीएम ने कहा, ‘जो देश भारत के बंटवारे के बाद अस्तिव में आया, जहां आतंकवाद को पाला जाता है, वह दिवालीया होने की कगार पर खड़ा है। वह अब आतंकवाद का दूसरा नाम बन चुका है।’ उन्होंने कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आतंकी संगठनों और आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, वो चाहे जितना छिपने की कोशिश करें, उन्हें सजा जरूर दी जाएगी। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही।
NIA की टीम आज फिर घटनास्थल का जायजा लेने पहुंची। आतंकी हमले के मास्टरमाइंड की तलाश तेज कर दी गई है। फॉरेंसिक टीम भी मौके पर मौजूद है। वहीं, सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर ने भी वहां पहुंचकर हालात का जायजा लिया। बताया जा रहा है कि NIA पुलवामा से पाम्पोर के बीच मौजूद 20-25 किमोमीटर के दायरे में मोबाइल टावर से किए गए संदिग्ध कॉल डिटेल को खंगाल रही है। पुलवामा आत्मघाती हमले से दो दिन पहले घाटी के सभी टेलीग्राम मैसेज, इंटरनेट कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है।
पुलवामा आत्मघाती हमले के मामले में पुलिस ने सात संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने आतंकी हमले की साजिश रचने के संदेह में इन युवकों को पुलवामा और अवंतीपुरा से हिरासत में लिया है। अभी तक की जांच में यह बात सामने आ रही है कि दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके के मिदूरा में आतंकी हमले की साजिश रची गई। इस बीच पुलिस जैश के एक अन्य स्थानीय सक्रिय आतंकी की तलाश कर रही है। कहा जा रहा है कि यही स्थानीय विस्फोटकों की व्यवस्था में मददगार बना।
पुलवामा हमले को लेकर NSA अजित डोभाल की अमेरिका के एनएसए से फोन पर बात हुई। उन्होंने आतंक के खिलाफ भारत की मदद का भरोसा दिया। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने अजीत डोभाल को फोन करके पुलवामा आतंकी हमले के लिए अपनी संवेदना व्यक्त प्रकट की। उन्होंने कहा कि उनका देश भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। बोल्टन ने कहा कि पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठनाें के सुरक्षित ठिकानों पर अमेरिका ने बहुत स्पष्ट चेतावनी दी है।