उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले की गंगा घाटी और यमुना घाटी में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता कम थी, लेकिन दहशत में आए लोग घरों से बाहर निकलकर भागे। भूकंप के झटके भटवाड़ी, असी गंगा घाटी व यमुना घाटी में अधिक महसूस किए गए।
उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि भूकंप के झटके की तीव्रता 3.1 मापी गई। इसका जिला मुख्यालय 28 किमी दूर भटवाड़ी के पास दर्ज किया गया। भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। गौरतलब है कि इससे पहले भी जिले में बीते 13 अप्रैल को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
इस वर्ष उत्तरकाशी में चार बार भूकंप के झटके महसूस हो चुके हैं। शनिवार की सुबह 8.37 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए। भटवाड़ी, रैथल, बार्सू सहित असी गंगा घाटी व यमुना घाटी में लोग ने भूकंप के झटके महसूस किए तथा लोग घरों से बाहर निकले। भले ही भूकंप के झटका हल्का होने के कारण किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। गौरतलब है कि उत्तरकाशी भूकंप के लिहाज से संवेदनशील रहा है। 20 अक्टूबर 1991 को आए भूकंप में आठ सौ से अधिक लोग मारे गए थे। जबकि सैकड़ों परिवार बेघर हो गए थे।
1999 के भूकंप ने फिर उत्तरकाशी को डराया। इसके बाद भी जिले में समय-समय पर भूकंप के झटके महसूस किए जाते रहे। इसी वर्ष उत्तरकाशी में 31 जनवरी को उत्तरकाशी में दो बार तथा 13 अप्रैल की रात को एक बार भूकंप के झटके महसूस हुए। जिनका केंद्र उत्तरकाशी था। भूगर्भीय दृष्टि से जिला बेहद संवेदनशील जोन-4 व 5 में स्थित है।