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दुनिया में जापान-सिंगापुर का पासपोर्ट है सबसे ताकतवर,

दुनिया में जापान-सिंगापुर का पासपोर्ट है सबसे ताकतवर, जानें इस लिस्ट में भारत कहां ठहरता है

जिस देश के पासपोर्ट के जरिए बगैर वीजा या वीजा ऑन अराइवल सबसे अधिक देशों में आने-जाने की छूट होती है वह सबसे अधिक ताकतवर पासपोर्ट माना जाता है।

नई दिल्ली हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स-2019 की ताजा रैंकिंग में दो एशियाई देशों जापान और सिंगापुर ने संयुक्तरूप से पहला स्थान हासिल किया है। भारत इस सूची में 86वें स्थान पर है। यह रैंकिंग देशों के पासपोर्ट की ताकत पर निर्भर करती है। जिस देश के पासपोर्ट के जरिए बगैर वीजा या वीजा ऑन अराइवल सबसे अधिक देशों में आने-जाने की छूट होती है, वह सबसे अधिक ताकतवर पासपोर्ट माना जाता है।

हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स में कौन है नंबर वन 
सबसे पहले आपको यहां पर बता दें कि हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स के मुताबिक दुनियाभर में सबसे ताकतवर पासपोर्ट जापान का माना गया है। यह इसकी लिस्‍ट में नंबर वन पर है। कोई भी जापानी नागरिक अपने पासपोर्ट पर दुनिया में सबसे अधिक जगहों पर वीजा फ्री एंट्री ले सकता है। वह करीब भारत, चीन, श्रीलंका, आस्‍ट्रेलिया इंडोनेशिया, न्‍यूजीलैंड समेत दुनिया के करीब 190 देशों में बिना वीजा जा सकता है। वहीं जापानी नागरिक को अफ्रीका के कुछ देश, पाकिस्‍तान, रूस, भूटान, अफगानिस्‍तान, आदि देशों के लिए वीजा चाहिए होता है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि इस लिस्‍ट में दुनिया के टॉप 50 देशों के ताकतवर पासपोर्ट में भी भारत नहीं आता है। भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्‍तान, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, बांग्‍लादेश भी इस लिस्‍ट में कहीं पीछे आते हैं।

कौन कितना ताकतवर
रैंकिंग के अनुसार जापान और सिंगापुर के पासपोर्ट से 189 देश आने की अनुमति देते हैं। भारत के पासपोर्ट से 58 देशों में बगैर वीजा आनेजाने की अनुमति है। पड़ोसी पाकिस्तान काफी पीछे है। उसकी रैंकिंग 106 है और इसके पासपोर्ट से 30 देशों की ही वीजा मुक्त यात्रा की जा सकती है। 199 देशों की इस पासपोर्ट रैंकिंग में सबसे नीचे अफगानिस्तान है।

भारत-पाक दोनों फिसले
इस ताजा इंडेक्स में भारत और पाकिस्तान दोनों फिसले हैं। भारत जहां इस वर्ष के शुरुआत में 79वें स्थान पर था और 61 देशों में बगैर वीजा जाने की अनुमति थी, अब रैंक 86 हो गई है और भारत का स्कोर 58 हो गया है। इस इंडेक्स में स्कोर का मतलब है कि कितने देशों में उस पासपोर्ट के जरिए वीजा मुक्त या वीजा आन अराइवल प्रवेश मिल सकता है। पाकिस्तान की मौजूदा रैंकिंग 106 और स्कोर 30 है जबकि पिछली बार स्कोर 33 और रैंकिंग 102 थी।

यूएई की लंबी छलांग
इस बार के पासपोर्ट इंडेक्स में कई फेरबदल हुए हैं। दक्षिण कोरिया और जर्मनी पहले पायदान से जहां नीचे उतर गए हैं वहीं यूएई को शीर्ष 20 में स्थान मिला है। अब उसका स्कोर 173 हो गया है। 14 साल से जारी हो रहे हेनले इंडेक्स में ऐसा पहली बार हुआ है। इसी तरह 2014 में शीर्ष पर रहने वाले अमेरिका और ब्रिटेन अब तक के सबसे निचले स्तर छठी रैंक पर पहुंच गए हैं।

कहीं उछाल तो कहीं गिरावट

  • 2006 में 62वें स्थान पर मौजूद संयुक्त अरब अमीरात तेजी से उछाल मारते हुए 2018 में 21वें पायदान पर पहुंच चुका है।
  • अमेरिका और ब्रिटेन ग्लोबल रैंकिंग में छठी पायदान फिसले हैं।
  • पाकिस्तान के अलावा इराक और अफगानिस्तान दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्ट हैं, जिन्हें सिर्फ 30 देशों में वीजा फ्री प्रवेश की अनुमति है।
  • भारतीयों को 60 देशों में आगमन पर वीजा या बिना वीजा प्रवेश की सुविधा है, जिनमें से ये देश प्रमुख हैं। भूटान, फिजी, कीनिया, कंबोडिया, जिंबाब्वे, मालदीप, इंडोनेशिया, जॉर्डन, इथोपिया, जॉर्जिया, गुयाना, मॉरिशिस, रवांडा, नेपाल, पलाऊ, म्यांमार, सोमालिया, थाइलैंड, जांबिया, फिजी, सेंट लुसिया।

कहां है रूस और उत्‍तरी कोरिया 
अब आपको बता दें कि रूस जो इस लिस्‍ट में 47वें नंबर पर है उसके नागरिकों को करीब 119 देशों में जाने के लिए वीजा की दरकार होती है। वहीं 119 देशों में वह बिना वीजा के जा सकते हैं। चलिए अब जरा उत्‍तरी कोरिया के बारे में जान लेते है। यह देश इस लिस्‍ट में 99वें स्‍थान पर है और केवल 42 देशों में इसके नागरिकों को बिना वीजा के जाने की छूट है जबकि 184 देशों में जाने के लिए इसके नागरिकों को वीजा चाहिए होता है। इस लिस्‍ट में दुनिया के 106 देशों को शामिल किया गया है। इसके अंतिम छह पायदान पर नेपाल, फिलिस्‍तीन और सूडान, यमन, पाकिस्‍तान, सोमालिया और सीरिया, अफगानिस्‍तान और इराक का नाम शामिल है।

यह इंडेक्स इंटरनेशनल एयरपोर्ट
ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित है। इसके लिए 199 पासपोर्ट और 227 गंतव्य स्थलों को शामिल किया गया। इंडेक्स की नवीनतम रैंकिंग से पता चलता है कि दुनियाभर के देश आर्थिक और सामाजिक प्रगति के लिए वीजा के खुलेपन को महत्वपूर्ण रूप से देखते हैं।
डॉ क्रिश्चियन एच केलीन, चेयरमैन, हेनले एंड पार्टनर्स

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