देहरादून(UK Review) केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ सीएम आवास में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा की। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्या भी उपस्थित थी। इस दौरान महिलाओं और बच्चों को कुपोषण, खून की कमी, एनीमिया से मुक्त करने के लिए चलाए गए पोषण अभियान की उत्तराखंड में प्रगति पर समीक्षा की गई। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, वन स्टाप सेंटर स्कीम समेत अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की। केन्द्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि पोषण योजना, आगंनबाड़ी केन्द्रों में पेयजल व्यवस्था व टॉयलेट की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाय। अतिकुपोषित व कुपोषित बच्चों को उचित पौष्टाहार प्राप्त हो, जिससे वे सामान्य श्रेणी में आ सके। पौष्टिक आहार के लिए कलेण्डर बनाया जाय व इसे जनप्रतिनिधियों के साथ शेयर किया जाये। एनीमिया को रोकने के लिए टी-3 रणनीति पर ध्यान दिये जाने पर जोर दिया गया। दो बच्चों के पैदा होने के उचित समयान्तर हो इस दिशा में जागरूकता अभियान चलाया जाना जरूरी है, ताकि बच्चों का मानसिक व शारीरिक विकास सही हो। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जिन जनपदों में बाल लिंगानुपात कम है अधिकारी ऐसे जनपदों का भ्रमण कर और बैठक कर लिंगानुपात कम होने के कारणों का पता लगायें। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत राज्य व जिला स्तरीय समितियों की बैठक समय-समय पर आयोजित की जाय।बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में चार वन स्टॉप स्टॉप सेंटर बन चुके हैं, शेष 09 सेंटर भी 15 अगस्त से पूर्व शुरू किये जायेंगे। स्पान्सर स्कीम के तहत लाभार्थियों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके, इसके लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में वार्षिक आय की सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया गया। स्वधार गृह योजना के तहत मानसिक विक्षिप्त महिलाओं को आच्छादित करने का भी अनुरोध किया गया।इस अवसर पर अपर सचिव भारत सरकार एस.के.सिंह, सचिव महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास श्रीमती सौजन्या, निदेशक सुश्री झरना कमठान व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।