देहरादून, UKR। नगर निगम क्षेत्र में होने वाले सभी तरह के व्यवसायों को टैक्स के दायरे में लाये जाने के निर्णय से व्यापारियों में भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि और कितना टैक्स व्यापारियों पर लादा जायेगा। सेल टैक्स, पंजीकरण, जीएसटी के बोझ से व्यापारी परेशान है अब नगर निगम द्वारा लाइसेंस शुल्क लगाया जा रहा है इस तरह तो व्यापारियों का काम धंधा चैपट हो जायेगा।
नगर निगम द्वारा निगम क्षेत्र में व्यवसाय करने वाले व्यापारियों पर लगाये जाने वाले पंजीकरण शुल्क के विरोध में आज दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज मैसोन ने आज मेयर सुनील उनियाल गामा से मिलकर उन्हे व्यापारियों की दिक्कतों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों द्वारा 18 फीसदी जीएसटी व सेल टैक्स दिया जाता है। नगर निगम क्षेत्र में व्यवसाय करने वाले व्यापारी जिनकी कोई दुकान या गोदाम तक नहीं है और वह अपने घरों से ही व्यवसाय कर रहे है तो ऐसी स्थिति में उन पर लाईसेंस शुल्क नहीं लगाया जाना चाहिए। व्यापारियों का कहना है कि सभी व्यवसाय का स्तर अलग अलग है तथा उनका आर्थिक व व्यवसायिक स्थिति भी अलग है ऐसे में सभी को एक समान लाइसेंस शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए। इसके लिए व्यापारियों से वार्ता के बाद स्लैब तय किया जाये। उन्होंने कहा कि नगर निगम अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए अगर अनाप शनाप टैक्स वसूलता है तो उसे व्यापारी कतई भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। उल्लेखनीय है कि नगर निगम द्वारा 111 ऐसे व्यवसाय चिन्हित किये गये है जिन पर लाइसेंस शुल्क वसूली के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। जिसे लेकर व्यापारियों में भारी आक्रोश है। व्यापारियों ने नगर निगम और मेयर से इस पंजीकरण शुल्क लगाने के निर्णय को वापस लेने की मांग की है।