देहरादून। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मंत्री प्रसाद नैथाणी ने कहा कि सरकार ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड की जो बैठक बुलाई जोकि सरासर गलत है। बोर्ड अभी पूर्ण रूप से बना भी नहीं है, साथ ही जो देवस्थानम बोर्ड बना है उसको तीर्थ पुरोहित समाज के संगठन ने दिल्ली में सर्वोच्च न्यायालय में वरिष्ठ वकील सुब्रमण्यम स्वामी के माध्यम से याचिका दायर की है।
सुब्रमण्यम स्वामी भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद भी हैं। ऐसी स्थिति में जब कोई भी मामला न्यायालय में विचाराधीन हो तो उस पर सरकार तब तक कोई निर्णय नहीं ले सकती जब तक न्यायालय का फैसला ना आ जाए। किंतु वर्तमान सरकार अपनी हठधर्मिता की सारी सीमाएं पार कर चुकी है। कांग्रेस देवस्थानम बोर्ड का पहले से ही विरोध करती आ रही है और करती रहेगी। उन्होंने कहा कि बोर्ड की बैठक बुलाया जाना गलत है अलोकतांत्रिक है और न्याय पूर्ण नहीं है। देवस्थानम बोर्ड में अभी तक सरकार ने जो 56 मंदिर लिए हैं उन्हीं के बारे में पूरी रूपरेखा तैयार नहीं हो पाई। ऐसी स्थिति में देवस्थानम बोर्ड की बैठक बुलाया जाना सरकार का तुगलकीपन लगता है। कांग्रेस इसका विरोध करती है और सरकार को देवस्थानम बोर्ड के माध्यम से तब तक कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए जब तक कि सर्वोच्च न्यायालय का कोई फैसला नहीं आता। श्री नैथाणी ने कहा कि सरकार ने देवस्थानम बोर्ड के लिए जो दस करोड़ रुपये की स्वीकृति देने की घोषणा की है वह ऊंट के मुंह में जीरा है।