देहरादून। उत्तराखण्ड में विधानसभा का मानसून सत्र कराने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष और शासकीय प्रवक्ता एकराय नजर नहीं आ रहे हैं। जहां विस अध्यक्ष मानसून सत्र गैरसैंण में कराने को तैयार होने की बात कह रहे हैं वहीं शासकीय प्रवक्ता इसे असंभव बता रहे हैं।कोरोना महामारी के इस दौर में उत्तराखण्ड विधानसभा का मानसून सत्र कराने को लेकर इन दिनों काफी मशक्कत चल रही है। कोविड 19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए मानसून सत्र कराना सरकार के लिए चुनौती बना हुआ है। मानसून सत्र कभी विधानसभा भवन में ही कराने तो कभी टैंट में कराने की बात सामने आ रही है। यह भी कहा जा रहा है कि विधानसभा भवन के भीतर ही सत्र की व्यवस्था होगी। जिसमें सभामंडप के अलावा दर्शक और पत्रकार दीर्घा में विधायकों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इन सब अटकलों और बयानों के बीच अब एक नई बात निकल कर सामने आ रही है। जिसमें शासकीय प्रवक्ता और विधानसभा अध्यक्ष एकराय नजर नहीं आ रहे हैं।आज एक बयान में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा है कि मानसून सत्र अगर गैरसैंण विधानसभा भवन में आयोजित होता तो बेहतर होता। वहां पर कोविड 19 की गाइडलाइन के अनुसार व्यवस्था संभव है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार कहे तो वे गैरसैंण में मानसून सत्र कराने के लिए तैयार हैं।
वहीं शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक का कहना है कि गैरसैंण में कम से कम एक हजार लोग जाएंगे तो वे एक साथ ही रहेंगे। इतने लोगों को एक साथ कैसे रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौर में गैरसैंण में मानसून सत्र कराना असंभव है।
previous post