देहरादून/नैनीताल। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने जिलाधिकारी नैनीताल को सख्त निर्देश दिये है कि नैनीताल जिले में हो रहे विकास कार्यों की प्रगति रिर्पोट प्रत्येक माह राजभवन को उपलब्ध करवायी जाय। राज्यपाल ने जिलाधिकारी को नैनीताल व कुमाउँ मण्डल के अन्य जनपदों के महिला स्वयं सहायता समूहों को नैनीताल बाजार, अन्य महत्वपूर्ण बाजारों तथा पर्यटक स्थलों पर उनके स्थानीय उत्पादों व हस्तशिल्पों की बिक्री हेतु स्थान उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए है। उन्होंने होम स्टे पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाने के भी निर्देश दिये है।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने बुधवार को राजभवन नैनीताल में नैनीताल जिले में हो रहे विकास कार्यों विशेषकर होम स्टे योजना, यातायात प्रबंधन, महिला स्वयं सहायता समूहों की स्थिति, वनाग्नि की स्थिति तथा पुलिस-प्रशासन द्वारा नशाखोरी को रोकने के लिये किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने जिलाधिकारी तथा लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को माल रोड़ नैनीताल के सर्वे होने के बाद मार्ग निर्माण के कार्य को शीघ््रा से शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये। इस सम्बन्ध में अधिकारियों ने जानकारी दी की मार्च 2021 तक कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। राज्यपाल ने नैनीताल जनपद में होम स्टे योजना की प्रगति की जानकारी ली। जिला पर्यटन विकास अधिकारी ने जानकारी दी कि उत्तराखण्ड सरकार के राज्यभर में वर्ष 2020 तक 5000 होम स्टे विकसित करने के लक्ष्य के सापेक्ष कुमाऊँ मण्डल में 2275 होम स्टे विकसित का लक्ष्य है। अभी तक 1017 होम स्टे पंजीकृत किये जा चुके हैं तथा 85 होम स्टे के पंजीकरण की प्रक्रिया गतिमान है। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने निर्देश दिये की होम स्टे पंजीकरण में आ रही बाधाओं का त्वरित निस्तारण किया जाय। आम जनमानस को इसके लिये तहसील तथा मुख्यालय तक न आना पडेघ्। भूमि सम्बन्धित मामलों मंे लेखपाल तथा पटवारी इसमें सक्रिय एवं सकारात्मक भूमिका निभाये। बैंकों से उचित समन्वय बनाकर होम स्टे हेतु ऋण की प्रक्रिया को भी सरल बनाया जाय। राज्यपाल ने कहा कि होम स्टे के लक्ष्य को प्रभावी तरीके से शीघ््रा पूर्ण किया जाय। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि कोराना काल में प्रवासियों का पलायन रोकने तथा स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिती सुधारने में होम स्टे प्रभावी भूमिका निभा सकते हंै।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने नैनीताल में पर्यटक स्थलों पर मार्गों के निर्माण तथा पार्किंग की स्थिति को गम्भीरता से लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये की सभी महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों के मार्ग निर्माण का कार्य मार्च 2021 तक पूर्ण कर लिया जाय। प्राइवेट पार्किंग को भी प्रोत्साहित किया जाय परन्तु पार्किंग का शुल्क प्रशासन द्वारा निर्धारित किया जाय ताकि पर्यटकों को किसी प्रकार की समस्या न हो। सम्बन्धित अधिकारियों ने जानकारी दी की पर्यटक स्थलों के मार्गों के निर्माण का 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। आगामी 15 नवम्बर तक 85 प्रतिशत तक कार्य पूर्ण हो जायेगा। शेष कार्य मार्च 2021 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
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