देहरादून, प्रदेश सरकार की कथनी और करनी में फर्क है। आप पार्टी प्रवक्ता रविन्द्र आंनद ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए प्रदेश सरकार पर ये आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संविदा पर कोरोना काल में कुछ लोगों की नियुक्यिां की थी जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डाल कर कोराना काल में दून अस्पताल में कई मरीजों को अपनी सेवाएं दी। लेकिन अब राज्य सरकार ने इन सभी को हटाने का निर्णय लेते हुए इन्हें 28 फरवरी का अल्टीमेटम दे दिया है।
आप प्रवक्ता ने कहा कि पूरे देश में कोराना वाॅरियर्स का सम्मान हर सरकार ने किया लेकिन उत्तराखंड सरकार ने कोरोना वाॅरियर्स का बलिदान भुलाते हुए उन्होंने नौकरी से हटाने का काम कर रही है जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि कोरोना में जब लोग अपने परिवार तक के सदस्यों को छूने में कतरा रहे थे तो इन्हीं कोरोना वाॅरियर्स ने उन सभी लोगों की देखभाल की और कई जिंदगियां बचाने का कार्य किया। सरकार आज इन लोगों को हटा देना चाहती है जो बडे ही शर्म की बात है। आप प्रवक्ता ने बताया कि ये सभी लोग नौकरी से हटाने जाने के विरोध में दून अस्पताल में धरने पर बैठ गए और आप पार्टी ने उनकी मांग का समर्थन करते हुए उन्हें पूर्ण समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि जब जब सरकार अपना फैसला वापस नहीं ले लेती तब तक ये लोग ना तो धरना स्थल से हटेेंगे और ना ही आप पार्टी पीछे हटेगी। आप पार्टी इन सभी कोरोना वाॅरियर्स की लडाई लडेगी चाहे इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को कैसी भी कुर्बानी देनी पडे। इस समर्थन में आप पव्रक्ता के साथ विपिन खन्ना, नवीन ,मुकेश सिंह, विशाल बंसल, मोहित कुमार आदि कई पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
previous post