देहरादू। स्पिक मेके के तत्वावधान में आज हिल फाउंडेशन स्कूल में हिंदुस्तानी गायन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का संचालन प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका तुलिका घोष ने किया। कार्यशाला में छात्रों को हिंदुस्तानी वोकल्स के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई। तूलिका की स्वर साधना आगरा, ग्वालियर, सहसवान, किराना, पटियाला और बनारस परंपराओं के सर्वश्रेष्ठ तत्वों को एक विशिष्ट व्यक्तिगत अभिव्यक्ति और सौंदर्य शोधन के साथ प्रस्तुत करती है।
तूलिका ने कार्यशाला के दौरान कहा, ष्मेरे छात्र मेरे लिए परिवार की तरह हैं और में उनके साथ एक अद्भुत बंधन साझा करती हूँ। एक गायक के रूप में मैं हमेशा अपने दर्शकों के साथ राग को छूने की कोशिश करती हूं, ताकि वे भी गीत की सुंदरता को महसूस कर सकें और उसकी सराहना कर सकें। तुलिका, तबला के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित उस्ताद पद्मभूषण पंडित निखिल घोष की बेटी हैं। वे प्रतिष्ठित संगीतकारों के परिवार की चैथी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती हैं। तूलिका ने पूरे भारत में प्रस्तुति देने के अलावा, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी (1979), जापान (1993), यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका, बांग्लादेश (2005 और 2012) और प्रतिष्ठित म्यूजिक गुइमेट पेरिस (2008) में अपनी उल्लेखनीय प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रशंषकों का ध्यान आकर्षित करा है। वह ऑल इंडिया रेडियो और टेलीविजन पर एक नियमित कलाकार भी हैं।