देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक जैन धर्मशाला, देहरादून में अयोजित की गई जिसमें सभी ने हाई कोर्ट से स्टे खारिज करने हेतू सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया।
उत्तराखंड आंगनवाड़ी कार्यकर्तात्रियों द्वारा सुपरवाइजर के पदों पर पदोन्नति संबंधी वाद उच्च न्यालय में दायर किया गया है जिसका आज तक निर्णययार्थ प्रतिक्षित है लेकिन आंगनवाड़ी कार्यक्रत्रियां अधिवर्षता की आयु पूर्ण करने के करीब हैँ जो कि पदोंन्नति हेतू पूर्ण अहर्ता रखती है किन्तु उच्चन्यालय से अभी तक निर्णय न आने के कारण इन कार्यकत्रियों को पदोंन्नति से वँचित रहना पड़ेगा स अतः कर्मचारियों की अधिवर्षता की आयु को ध्यान में रखते हुए मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय से अनुरोध है कि इस प्रकरण पर अतिशीघ्र सुनवाई किये जाने की कार्यवाही करने की कृपा करें ताकि वर्षो से सेवा कर रही आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की सेवनिवृति से पूर्व पदोंन्नति का लाभ मिल सकेगा स इस भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाने से हमारी आँगनवाड़ी कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में पड़ गया है स
आंगनवाड़ी कार्यकत्री कोरोना के इस कठिन दौर में भी अपने प्राणो की परवाह न करके घर घर जाकर अपने कार्यों को निष्ठां व ईमानदारी पूर्वक कर रहीं हैँ, आंगनवाड़ी से सुपरवाइजर भर्ती प्रक्रिया का निस्तारण नहीं जो पाया है जिसका निस्तारण अति शीघ्र किया जाना जरुरी है। मीटिंग में प्रदेश महामंत्री सुशीला खत्री, सुनीता भट्ट, कुसुम सेमवाल, राजमती नेगी, सुधा शर्मा, राखी गुप्ता, मधु पुंडीर, लक्ष्मी टम्टा आदि आंगनवाड़ी कार्यक्रत्रियां उपस्थित थीं।