देहरादून। 23 अगस्त से आहुत होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में विधानसभा भवन देहरादून में विधानमंडल दल के नेताओं एवं कार्य मंत्रणा समिति की बैठक आहूत की गई। दलीय नेताओं की बैठक के दौरान विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेशहित व जनहित के अनेक ऐसे विषय हैं जिन पर जनमानस सत्र के दौरान सदन से गंभीर चिंतन-मनन की अपेक्षा रखता है। जनता चाहती है कि सदन के माध्यम से उनकी आशाएं-अपेक्षाएं सरकार तक पहुंचें। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि इस दिशा में विपक्ष एवं सत्तापक्ष सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करेंगे।
उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि सरकार और प्रतिपक्ष के बीच देशहित व जनहित के विषयों पर सार्थक-सकारात्मक चर्चा हो। सदस्यों को विषयों पर अपना अभिमत प्रस्तुत करने और जनमानस की भावनाओं को सदन के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने के अधिकतम अवसर प्रदान करने की भी कोशिश रहेगी।दलीय नेताओं की बैठक के दौरान विपक्ष ने भी सदन को सुचारू रूप से सहयोग करने का आश्वासन दिया। श्री अग्रवाल ने इस सत्र में भी सभी सदस्य को कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत किए गए स्वास्थ्य सुरक्षा व्यवस्थाओं का पालन करते हुए सदन की कार्यवाही में सक्रियता से भाग लेंने का अनुरोध किया। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में सदन के कार्य संचालन के संबंध में चर्चा की गई। 23 अगस्त को दिवंगत हुए विधायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी जिसमें नेता प्रतिपक्ष रही स्व इंदिरा हृदयेश, गंगोत्री के विधायक गोपाल रावत, हरिद्वार के पूर्व विधायक अमरीश कुमार, पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र भंडारी, पूर्व विधायक बच्ची सिंह रावत को सदन में श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। श्री अग्रवाल ने बताया कि आगे के दिवसों के कार्य संचालन के लिए 23 तारीख को शाम को पुनः कार्यमंत्रणा की बैठक आयोजित की जाएगी। कार्यमंत्रणा की बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने प्रदेश के विकास के लिए सतत विकास लक्ष्य पर सत्र के दौरान एक दिन चर्चा करने के लिए अपनी बात रखी जिस पर की समिति के सभी सदस्यों द्वारा सहमति प्रदान की गई।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि 19 विधायकों द्वारा 784 प्रश्न विधानसभा को प्राप्त हो चुके हैं। सत्र के दौरान सदन के पटल पर रखे जाने वाले विधेयकों में अभी तक आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2021,, डीआईटी विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2021 विधान सभा को प्राप्त हुए हैं।वहीं दो असरकारी विधेयक उत्तराखण्ड (उत्तर प्रदेश जमींदारी विनाश और भूमि व्यवस्था अधिनियम, 1950) (संशोधन) विधेयक 2021,,उत्तराखण्ड चार धाम देवस्थानम् प्रबन्धन (निरसन) विधेयक, 2021 भी सदन के पटल पर रखे जाने है। दलीय नेताओं एवं कार्यमंत्रणा की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, संसदीय कार्यमंत्री बंशीधर भगत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, विधायक खजान दास, विधायक करन मेहरा, विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल, विधायी के सचिव हीरा सिंह बोनाल, अनुसचिव नरेंद्र रावत सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।