देहरादून। उत्तराखंड जन विकास सहकारी समिति के कार्यक्रम ‘पहल’ का सीएम पुष्कर सिंह धामी 16 अक्टूबर को शुभारंभ करेंगे। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के दूरदराज गांवों से लघु एवं कुटीर उद्योग से जुड़े हुए लोग शामिल होंगे, वही उत्तराखंड के लोग जो हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश में रह रहे वे सभी इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इस कार्यक्रम में ’उत्तराखंड रत्न’ पुरस्कार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिया जाएगा। यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाएगा जो विभिन्न क्षेत्रों में लघु एवं कुटीर उद्योग, स्वरोजगार एवं रोजगार से जुड़े हुए क्षेत्र में विशेष योगदान दे रहे हैं एवं उत्तराखंड का नाम रोशन किया हैं।
गांधी रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में उत्तराखंड जन विकास सहकारी समिति के अध्यक्ष संजय उनियाल, उपाध्यक्ष दिग्विजय सिंह भण्डारी एवं महासचिव जगदीश भट्ट ने संयुक्त रूप से संबोधित किया। समिति के अध्यक्ष संजय उनियाल ने कहा कि इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी होंगे एवं उन्ही के द्वारा इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया जायेगा। कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 10ः00 बजे होगी। उत्तराखंड जन विकास सहकारी समिति के अध्यक्ष संजय उनियाल ने कहा कि ’एक बेहतर, सुरक्षित और समृद्ध उत्तराखंड के लिए उत्तराखंड जन विकास सहकारी समिति ने ’उत्तराखंड बचाओ अभियान’ की शुरुआत की है।
जिसके तहत उत्तराखंड के दूरदराज के गांवों में बसने वाले लोगों को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। आत्मनिर्भर उत्तराखंड के जरिए पहाड़ में बसने वाले महिलाओं एवं पुरुषों को सशक्त किया जाएगा एवं उन्हें उत्तराखंड के भौगोलिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरणीय एवं अन्य पहलुओं को आसानी से समझने के लिए जागरूक किया जाएगा एवं पुरे प्रदेश में जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। उत्तराखंड जन विकास सहकारी समिति के उपाध्यक्ष दिग्विजय सिंह भण्डारी ने कहां कि ’आत्मनिर्भर उत्तराखंड का निर्माण तभी संभव है जब उत्तराखंड के लोगों को उत्तराखंड में रहकर अपना रोजगार प्राप्त कर सके, अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके, अच्छी स्वास्थ्य सुविधा लोगों के लिए उपलब्ध हो सके, लघु एवं कुटीर उद्योगों के लिए उचित व्यवस्था मिल सके जिससे रोजगार एवं स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सकें।
उत्तराखंड जन विकास सहकारी समिति के महासचिव जगदीश भट्ट ने कहा कि समिति उत्तराखंड में लघु एवं कुटीर उद्योगों को विश्व स्तर पर ले जाना चाहता हैं। उत्तराखंड के लिए यह लघु एवं कुटीर उद्योग स्वरोजगार का एक व्यापक व्यवस्था बन सकता है जिसके अंतर्गत हम लाखों लोगों को स्वरोजगार मुहैया करा सकते हैं। मुख्य रूप से देखा जाए तो लघु एवं कुटीर उद्योग के अंतर्गत दूध उत्पादन, सेव एवं अन्य फलों की खेती, मशरूम का उत्पादन, सब्जी एवं मसालों की खेती, चाय का उत्पादन, मीट उद्योग, मछली पालन, फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री, पर्यटन उद्योग, रेस्टोरेंट एवं कैफिटेरिया, हथकरघा एवं हस्तशिल्प आदि व्यवसाय प्रमुख है।
उत्तराखंड जन विकास सहकारी समिति इन सभी लघु एवं कुटीर उद्योगों को एक ऐसे नेटवर्क से जोड़ने का प्रयास कर रही है जिसमें सभी किसान भाइयों को एवं जो भी उत्तराखंड के स्टार्टअप और इन्नोवेटर एंटरप्रेन्योर्स हैं उन सभी को भरपूर मौका मिले एवं अपने उद्योग से अच्छा मुनाफा कर प्रदेश के लोगों को रोजगार दे और उत्तराखंड को समृद्ध बनाएं। प्रेस वार्ता में उत्तराखंड जन विकास सहकारी समिति के ओर से तारा दत्त शर्मा ’ज्वाइंट सेक्रेट्री’, जयदेव कैंथोला ’जॉइंट सेक्रेटरी,’ तारा दत्त भट्ट ’ट्रेजरार’, गिरिजा किशोर पांडे ’ज्वाइंट सेक्रेट्री’, बसंत पांडे ’एडवाइजर’ महेश भट्ट आदि उपस्थित रहे।