प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देहरादून जनसभा के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 का शंखनाद भी बजा दिया है। परेड ग्राउंड में खचाखच भरे कार्यकर्ताओं के बीच जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड प्रत्येक लक्ष्य को हासिल कर सकता है। अगले पांच सालों में उत्तराखंड रजत जयंती में प्रवेश करेगा। ऐसा कोई संकल्प नहीं, जो यहां पूरा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के पास युवा मुख्यमंत्री धामी के रूप में युवा नेतृत्व है साथ ही 30-40वर्षों वाले अनुभवी नेता भी उनकी टीम में हैं। ये सभी उत्तराखंड की बेहतरी के लिए समर्पित होकर काम कर रहे हैं।पीएम ने कहा कि हम कठिन रास्ते को चुनकर उस पर आगे बढ़ रहे हैं, किंतु यह देश हित में है। हमारा रास्ता सबका साथ, सबका विकास है। हमारी योजनाएं बिना किसी भेदभाव की सभी के लिए हैं।उन्होंने कांगे्रस सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने वर्ष 2007 से लेकर 2014 के बीच सात सालों में कुल 288 किमी. नेशनल हाईवे का निर्माण करवाया, जबकि हमारी सरकार ने सात वर्षों में 2000 किमी. से ज्यादा लंबाई वाले नेशनल हाइवे का निर्माण करवाने में सफल रही। उन्होंने जनता को स्मरण कराते हुए कहा कि आज हमारी सरकार आज सीधा जनता के पास जाती है और जनता की समस्याएं लाने का इंतजार नहीं करती।उन्होंने कहा कि अब दिल्ली से देहरादून की दूरी पहले के मुबाकले घटकर केवल आधी रह जाएगी। इससे देहरादून के साथ हीहरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत व मेरठ जानेवालों को भी लाभ मिलेगा।पीएम मोदी ने उत्तराखंड को दी 18 हजार करोड़ की सौगातआगामी विधानसभा चुनाव 2022 से पूर्व पीएम नरेंद्र मोदी ने देहरादून से प्रदेश को 18 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात दी। इस मौके पर 15626 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व 2573 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण किया किया गया।
इन योजनाओं का हुआ शिलान्यास
– दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस-वे
– ग्रीनफील्ड एलाइनमेंट
– हरिद्वार रिंग रोड
– लक्ष्मण झूला के पास पुल
– देहरादून-पौंटा साहिब मार्ग
इन योनाओं का हुआ लोकार्पण
– व्यासी जल विद्युत परियोजना
– ऑल वेदर रोड, देवप्रयाग से श्रीकोट
– ऑल वेदर रोड, ब्रहम्पुरी से कौडिय़ाला
– ऑल वेदर रोड, लामबगड़
– ऑल वेदर रोड, साकणीधार, देवप्रयाग और श्रीनगर
– हिमालयन कल्चरल सेंटर देहरादून
– सगंध पौधा केंद्र सेलाकुई
प्रधानमंत्री की कविता ने भरी कार्यकर्ताओं में ऊर्जा
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में एक ऊर्जामयी कविता सुनाकर कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार कर दिया। कविता कुछ इस तरह थी:-
जहां पवन बहे संकल्प लिए, जहां पर्वत गर्व सिखाते हैं,
जहां ऊंचे नीचे सब रास्ते, बस भक्ति के सुर में गाते हैं
उस देवभूमि के ध्यान से ही मैं सदा धन्यवाद हो जाता हूं
है सौभाग्य मेरा, मैं तुमको शीश नवाता हूं
है बाद में मेरा सौभाग्य मेरा मैं तुमको शीश नवाता हूं और धन्य धन्य हो जाता हूँ
मंडवे की रोटी, हड़के की थाप,
हर एक मन करता शिवजी का झाप
ऋषि मुनियों की है ये तपोभूमि
कितने वीरों की ये जन्मभूमि
मैं तुमको शीश नवाता हूं….