देहरादून,। सदस्य केन्द्रीय वक्फ परिषद अध्यक्ष योजना एवं वित्त समिति अल्पसंख्यक मंत्रालय भारत सरकार के रईस खान पठान ने उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत के असमायिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए पत्र लिखा। उन्होंने जनरल बिपिन रावत के द्वारा जटिल समस्याओं को संभालने की अदम्य क्षमता के साथ साहस, रणनीतिक सोच के प्रतीक रहे हैं। इस महत्वपूर्ण मोड़ पर उनके छोड़ जाने से एक खालीपन-सा आया है जिसे भरना आसान नहीं होगा। यह राष्ट्र के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है लेकिन उत्तराखंड राज्य की देवभूमि के लिए इससे भी अधिक क्योंकि उन्होंने राज्य के विकास के लिए बहुत योगदान दिया था वह हमेशा हमारे दिल में रहेंगे।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि राष्ट्र इस महान सैनिक का सदैव ऋणी रहेगा और वह सदैव सबके हृदय में गौरव का स्थान पायेगा। यह महत्वपूर्ण है कि उत्तराखंड राज्य में उनके नाम पर एक स्मारक होना चाहिए। हालांकि कई विकल्प हैं लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें 50 बीघे भूमि पर देहरादून के पुरकुल गांव में बनने वाले सैन्य धाम में एक प्रमुख स्थान मिलना चाहिए। जैसा कि आप जानते हैं कि इस आगामी सैन्य धाम धाम के पूरा होने पर उत्तराखंड में पांच धाम हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हाल ही में हमारी सरकार ने हमारे सैनिकों के परिवारों के लिए पहल की थी जिन्होंने देश के लिए सर्वाेच्च बलिदान दिया था और सैन्य धाम देहरादून में उपयोग के लिए अपने घरों से मिट्टी एकत्र की थी। इस अवसर पर धरती पुत्र होने के नाते यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम यह सुनिश्चित करें कि जनरल बिपिन रावत को राज्य के नागरिकों द्वारा हमेशा याद किया जाए। यदि उत्तराखंड के देहरादून के सैन्य धाम पुरुकुल गांव के मुख्य प्रवेश द्वार जनरल को बिपिन रावत के नाम पर समर्पित किए जाने का अनुरोध किया है।