-वृक्षमित्र त्रिलोक चंद्र सोनी ने रक्षाबंधन पर बहन को पौधा व तिरंगा भेंट किया
देहरादून। त्योहारों का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है वो खास तब बन जाते हैं जब इन त्योहारों को देशभक्ति से जोड़ा जाता हैं। तीस सालों से पर्यावरण की अलख जगाये वृक्षमित्र के नाम से मशहूर डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने रक्षाबंधन का त्योहार कुछ इस कदर मनाया कि रक्षाबंधन नही बल्कि आजादी के जश्न मना रहे हो। सबसे पहले उन्होंने नवादा मोहकमपुर में अपनी बहिन कुंती देवी के यहां पहंुचकर हर घर तिरंगा की रैली निकाली और रक्षाबंधन के बदले बहिन को दक्षिणा में पुलम, कागजी नीबू तथा तिरंगा झंडा उपहार में दिया जिसे घर के छत पर लगाया गया।
पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने कहा आज हम जो स्वतंत्र जीवन जी रहे हैं वो आजादी के उन वीर योद्धाओं के वजन जिन्होंने देश आजादी के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया था हमें अपने बार त्योहारों पर उन्हें भी याद करना चाहिए। जिस प्रकार बहिने अपने भाई के कलाई में रक्षासूत्र बादकर दीर्घायु की कामना करतें हैं उसी प्रकार भाई भी हर पल दुःख सुख में अपनी बहिन के हिफाजत का संकल्प लेता हैं हमारा फर्ज हैं अपने आनेवाली पीढ़ी के जीवन को खुशहाल बनाने के लिए एक एक पौधा जरूर लगाएं। कुंती देवी कहती हैं रक्षाबंधन भाई बहिन का वो अनमोल रिश्ता है जो त्याग समर्पण की शिक्षा देती हैं आज मेरे भाई डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने मुझे वो देश का स्वाभिमान तिरंगा झंडा रक्षाबंधन पर अनमोल उपहार दिया जिसे में जीवन भर भूल नही पाऊंगा। मैं एक फौजी की पत्नी हूं तिरंगा हमारे लिये क्या है इसे में भलीभांति जानती हूँ देश का स्वाभिमान ही हमारा स्वाभिमान हैं कार्यक्रम में किशन सिंह ठाकुर, तन्नू, दिनेश, पूरन आदि थे।