देहरादून। भाजपा ने बद्रीनाथ धाम को लेकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को विपक्षी गठबंधन की सनातनी संस्कृति के प्रति दुर्भावना बताया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने स्थानीय कांग्रेस नेताओं की गैरत को ललकारते हुए कहा, कभी तो देवभूमि के गौरव और सनातनी संस्कृति के अपमान के विरोध का साहस भी करो।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मीडिया से हुई बातचीत में, स्वामी प्रसाद द्वारा बद्रीनाथ धाम को लेकर की गई विवादित टिप्पणी की कड़ी भर्त्सना की है। उन्होंने कहा, सनातन धार्मिक स्थलों को विवादित बताने वाले इस बयान के बाद भी किसी बड़े विपक्षी नेता ने उनके इस बयान की आलोचना नहीं की। जो साबित करता है कि विपक्ष का गठबंधन एक बार फिर सनातन धर्म और संस्कृति के अपमान को आधार बनाकर किया गया है । उन्होंने आरोप लगाया कि व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी और गूगल ज्ञान की आड़ में उनका सनातन धार्मिक विश्वासों पर किया गया हमला उनकी वैचारिक दिवालियापन को दिखाता है। उन्हे जानकारी भी नही है और उनकी पार्टी और गठबंधन की राजनीति के लिए सुविधाजनक भी नही है कि बद्री धाम में युगों युगों से भगवान अपने भक्तों को दर्शन देते आए हैं।
उन्होंने कांग्रेस के स्थानीय नेताओं पर तंज कसते हुए कहा, केवल उत्तराखंडियत की बात करने से कुछ नही होता है, उन्हे मौर्य जैसे तमाम लोगों का विरोध करना चाहिए जो राजनैतिक मकसद के लिए हमारे धार्मिक स्थलों और परंपराओं पर निशाना साधते रहते हैं । उन्होंने कांग्रेस को ललकारते हुए कहा, बद्रीविशाल का धाम देश ही नहीं दुनिया में हमारे स्वाभिमान का प्रतीक है और उसका अपमान करने वाले अपने ही सहयोगी के खिलाफ बात करने की आप हिम्मत नही जुटा पा रहे हैं। राजनैतिक लाभ के लिए स्वाभिमान यात्रा निकालकर थू कहने वालों को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। श्री भट्ट ने आरोप लगाया कि विपक्ष पीएम मोदी के नेतृत्व में होने वाले श्री राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ मंदिर और उज्जैन महाकाल मंदिर कॉरिडोर, श्री बद्री केदार पुनिर्निर्माण एवम सौंदर्यीकरण आदि सांस्कृतिक-धार्मिक पुनरोत्थान के कार्यों को हजम नही कर पा रहा है । यही वजह है कि मौर्य जैसे नेताओं के माध्यम से निरंतर सनातनी आस्था और विश्वास से जुड़े स्थलों व विचारों के अपमान का कुत्सित प्रयास किया जाते हैं । उन्होंने जोर देते हुए कहा, विपक्षी गठबंधन ऐसी लाख कोशिशें कर ले लेकिन दुनिया में भारतीय संस्कृति के स्वर्णिम काल को आने से कोई नहीं रोक सकता है।