देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश उपाध्याय एवं कोषाध्यक्ष कुंवर प्रताप द्वारा राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात कर खनन निदेशक एसएल पैट्रिक को बंधक बनाकर 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने की घटना की जानकारी दी गई। जयप्रकाश उपाध्याय ने कहा कि यह घटना अधिकारियों और माफियाओं का गठजोड़ है। उत्तराखंड देवभूमि के लिए अत्यंत खेद जनक है आचार संहिता में टेंडर निविदा पर वार्ता करना ही आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। यूकेडी ने इस मामले में आयोग से कार्रवाई की मांग की है।
यूकेडी का कहना है कि खनन निदेशक एसएल पैट्रिक को आचार संहिता में बंधक बनाना सामान्य घटना नहीं है खनन निदेशक द्वारा आरोपियों के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज कराई गई है आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी नितांत आवश्यक है। सुन लिफ्ट अपर सचिव स्तर के अधिकारी की पहचान कि जानी भी आवश्यक है, इस प्रकार के अधिकारियों की शिकायत राज्य एवं गृह सचिव भारत सरकार की जानी आवश्यक है।
वर्तमान में राज्य में आचार संहिता लागू है खनन निदेशक एसएल पैट्रिक ओमप्रकाश तिवारी से खनन पट्टों क्रेशर को लगवाने के लिए वार्ता करने के लिए 9 अप्रैल को अपने घर से टेंडर हेतु वार्ता करने के लिए गए, खनन निदेशक का रेस्टोरेंट में टेंडर हेतु 9 अप्रैल को जाने पर ही आचार संहिता का घोर उल्लंघन है अगर वह रेस्टोरेंट में टेंडर दिलवाने के लिए नहीं जाते तो उनका अपहरण नहीं होता। इस घटना ने साबित कर दिया है कि आचार संहिता में भी खनन निदेशक खान माफियाओं को टेंडर में सहयोग करने उनकी अनैतिक कार्यों में सहयोग करने के लिए धन वसूली का अनैतिक कार्य कर रहे हैं स इसलिए उत्तराखंड क्रांति दल आयोग से मांग करता है कि खनन निदेशक को तत्काल निलंबन करते हुए बर्खास्त की तत्काल कार्यवाही करें। राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रबलता से कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
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