देहरादून। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे की अध्यक्षता तथा लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को उपस्थिति में नई दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्षोें, एआईसीसी महासचिवों एवं प्रदेश प्रभारियों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पार्टी की भविष्य की रणनीति पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने पार्टी द्वारा आगामी समय में किये जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा रखी। उन्होंने संसद में उठाये जाने वाली निम्न तीन मांगों को प्रमुखता से रखते हुए इस पर पार्टी की रणनीति क्या होनी चाहिए पर सभी को दिशा-निर्देश दिये।
इन मांगों में अडानी महाघोटाले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाए, क्यूंकि इसमें प्रधान मंत्री पूरी तरह से शामिल हैं और इसमें वित्तीय बाजार नियामक द्वारा भी गंभीर रूप से समझौता किए जाने की जानकारी मिली है। केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना कराई जाए। भारत के संविधान के प्रति पूरी और सच्ची सम्मान की भावना-विशेष रूप से इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के प्रावधानों के संदर्भ में शाब्दिक और वास्तविक रूप से होनी चाहिए। अगले कुछ हफ्तों में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश भर में इन तीनों मुद्दों पर जन आंदोलन अभियान चलाएगी। बैठक में भारत सरकार से बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों पर लक्षित हमलों को रोकने और उन्हें सुरक्षा, सम्मान और सद्भाव का जीवन जीने में सक्षम बनाने के लिए हर संभव कदम उठाने का आह्वान किया गया। बैठक में वायनाड में हुए विनाशकारी भूस्खलन त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया गया तथा अपनी संवेदना व्यक्त की गई। बैठक में इस घटना को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की राहुल गांधी की मांग को पुनरू दोहराया गया। जानकारी प्रदेश कंाग्रेस उपाध्यक्ष मथुरादत्त जोशी ने देते हुए बताया कि बैठक में उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, प्रदेश प्रभारी सैलजा सहित सभी प्रदेश अध्यक्षगण, महासचिव एवं प्रभारीगण उपस्थित थे।