देहरादून। देहरादून के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. तुषार अग्रवाल ने एक 52 वर्षीय महिला का दूरबीन विधि द्वारा पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स का इलाज किया। यह पहली बार है जब देहरादून में इसे लेप्रोस्कोप से किया गया। इससे पहले यह ओपन विधि द्वारा की जाती थी। डॉ. तुषार अग्रवाल ने बताया कि सैक्रोकोलपोपेक्सी (पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स) ज्यादातर प्रौढ़ या बुजुर्ग महिलाओं में होता है, खासकर कि जिनकी बच्चेदानी निकाली गई हो। उन्होंने बताया कि हर महिला के पेट के निचले हिस्से में हड्डियों का का समूह होता है, जो कोटोरे के आकार का होता है, इसके भीतर कई अंग होते हैं, जिसमें गर्भाशय, मूत्राशय और आंतों का निचला हिस्सा शामिल है। मजबूत ऊतक (टिश्यू) इन अंगों को जगह पर रखने ें मदद करते हैं। यदि ऊतक कमजोर हो जाते हैं, तो इनमें से एक या अधिक अंग नीचे गिर सकते हैं और योनि पर दबाव डाल सकते हैं या फिर योनि से बाहर आने लगते हैं। इसे पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स कहा जाता है। पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स के एक प्रकार को योनि वॉल्ट प्रोलैप्स भी कहा जाता है।
डॉ. तुषार अग्रवाल ने बताया कि 52 वर्षीय उषा रावत हमारे पास आई थी, जिसे पेट में बहुत तेज दर्द था, यूरीन करने में दिक्कत हो रही थी, कई बार खांसी के साथ यूरीन निकल जाती थी, उन्होंने कई डॉक्टर्स को दिखाया लेकिन ज्यादातर डॉक्टर्स ने उन्हें दिल्ली जाने की सलाह दी थी, क्योंकि महिला की स्थिति ऐसी नहीं थी कि ओपन सर्जरी झेल पाएं, लेकिन मैंने जांच करने के बाद महिला की सर्जरी दूरबीन विधि द्वारा करने का फैसला लिया। अगले दिन ही महिला को भर्ती करके सर्जरी की, जोकि सफल रही। मरीज दो दिन में ही चलने लगी और तीसरे दिन ठीक होकर अपने घर चली गई। डॉ. तुषार ने बताया कि मेरे द्वारा नई नई टेक्नोलॉजी से बेहतरीन इलाज की सुविधा दे रहा है, जिससे मरीजों को दिल्ली या किसी अन्य बड़े शहर जाने की जरूरत नहीं है, उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में यह सर्जरी रोबोटिक से भी की जाएगी। जिससे मरीजों का रिकवरी और जल्दी हो जाएगी।