देहरादून: उत्तराखंड में मौसम के तेवर कुछ ढीले जरूर पड़े, लेकिन दुश्वारियां बनी हुई हैं। पांच दिनों से पिथौरागढ़ में फंसे कैलास मानसरोवर यात्रियों में से 31 को बुधवार को हेलीकॉप्टर से गुंजी पड़ाव पहुंचाया गया। इधर, रातभर से हो रही बारिश के चलते गंगोत्री हाईवे चार घंटे और ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे ढाई घंटे बाधित रहा। मौसम विभाग ने राज्य में अगले चौबीस घंटों के दौरान हालात सामान्य रहने की संभावना जताई है।
वहीं, पिथौरागढ़ तहसील धारचूला के चौदास में तीन लोग नाले में बहे। राजस्व टीम और एसडीआरएफ की टीम मौके को रवाना। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आज छलमाछीलासो निवासी राधा (21 वर्ष) पत्नी मनीराम, प्रियंका (19 वर्ष) पुत्री गोपाल राम और पांगू निवासी गजेंद्र राम (32 वर्ष) पुत्र नंदन राम घर जाते बरसाती नाले में बह गए। सूचना मिलते ही राजस्व दल मौके को रवाना हो गया है। उधर, मुनस्यारी के मल्ला जोहार में चीन सीमा के पास बुगड़ियार का पुल बह गया है।
गुजरे कुछ दिनों से राज्य में मौसम परेशानी का सबब बना हुआ है। खासकर, कुमाऊं मंडल के कुछ इलाकों में अतिवृष्टि के चलते जनजीवन प्रभावित है। कैलास मानसरोवर यात्रा पर भी इसका असर देखने को मिला। गढ़वाल मंडल में चारधाम यात्रा मार्गों पर भूस्खलन की वजह से कई बार आवाजाही बाधित हो रही है। मंगलवार मध्य रात्रि से सुबह दस बजे तक राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई, लेकिन उसके बाद मौसम के तेवर नरम पड़े। पर्वतीय जिलों में छिटपुट बारिश के दौर चले, शाम तक मौसम पूरी तरह साफ हो गया।
बुधवार सुबह पिथौरागढ़ में फंसे कैलास मानसरोवर यात्रियों को हेलीकॉप्टर से गुंजी पहुंचाया गया। बारिश के चलते रास्ते बंद होने से यह यात्री दल आगे नहीं बढ़ पा रहा था। यात्रियों का 55 सदस्यीय छठा दल भी अल्मोड़ा से पिथौरागढ़ के लिए रवाना हुआ। इधर, यमुनोत्री राजमार्ग पर डाबरकोट के पास भूस्खलन जारी रहा। यहां पूरे दिन यातायात बंद रहा। प्रशासन ने यात्रा का संचालन ओजरी से त्रिखली पैदल मार्ग से कराया। ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे फकोट के पास चार घंटे और ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे महादेवी चट्टी के पास ढाई घंटे बाधित रहा। केदारनाथ की पैदल यात्रा जारी रही।