देहरादून: एक छात्रा को दून के एक बड़े स्कूल ने प्रवेश न देने से इसलिए माना कर दिया क्योंकि छात्रा दुष्कर्म पीड़िता है। मजबूरी में पिता ने पीड़िता छात्रा को दून से बाहर एक स्कूल में प्रवेश दिलाया। इस मामले में पीड़ित पक्ष के वकील अरुणा नेगी चौहान ने स्कूल की संबद्धता खत्म करने की मांग करते हुए इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, शिक्षा विभाग, सीबीएसई और जिला प्रशासन से की है।
गौरतलब है कि देहरादून के भाऊवाला स्थित जीआरडी वर्ल्ड बोर्डिंग स्कूल में हाईस्कूल की छात्रा से न सिर्फ सामूहिक दुष्कर्म किया गया, बल्कि एक अस्पताल ले जाकर उसका गर्भपात कराने का भी प्रयास हुआ। मामले में सहसपुर पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित चारों छात्रों के अलावा प्रकरण को दबाने की कोशिश के आरोप में स्कूल के निदेशक, प्रधानाचार्य समेत नौ लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने स्कूल की मान्यता रद कर दी थी। बोर्ड ने उत्तराखंड शासन द्वारा स्कूल की मान्यता रद करने को लेकर भेजे गए पत्र के बाद यह कदम उठाया था। इसके बाद सभी अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल से निकाल लिया।
दुष्कर्म पीड़िता के पिता ने छात्रा के प्रवेश के लिए दून के कई स्कूलों में संपर्क किया, लेकिन किसी भी स्कूल ने उसे प्रवेश नहीं दिया। अरूणा नेगी चौहान ने बताया कि पिछले माह कैंट क्षेत्र के एक बड़े स्कूल में पीड़िता के माता-पिता गए। उन्होंने बच्ची के प्रवेश की बता की, लेकिन स्कूल ने उनकी बच्ची को प्रवेश देने से मना कर दिया। कहा बच्ची दुष्कर्म पीड़िता है इसलिए वे उसे प्रवेश नहीं देंगे। इस पर माता पिता ने बच्ची को देहरादून जिले से बाहर स्कूल में प्रवेश दिलाया। इस मामले में अरुणा नेगी चौहान ने बताया कि अभिभावकों के शिकायत के बाद मुख्यमंत्री, शिक्षा विभाग, सीबीएसई और जिला प्रशासन से की है। शिकायत में स्कूल की मान्यता रद करने की मांग की गई है।