रुड़की: गंगनहर किनारे पड़े कूड़े को एकत्रित कर रहे एक शिक्षक को उस समय सफाई करना भारी पड़ गया, जब जानकारी के अभाव में उन्होंने कूड़े को आग लगा दी। उसी दौरान वहां से गुजर रही नगर निगम की टीम ने जब कूड़े को आग लगाते हुए देखा तो उन्होंने शिक्षक पर जुर्माना ठोक दिया। हालांकि, बाद में जब अधिकारियों को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने जुर्माने की रकम न्यूनतम कर दी।
गणेशपुर गंगनहर किनारे पर पड़े कूड़े कचरे को देखकर एक शिक्षक ने उसे एकत्रित कर ढेर बना दिया। कूड़े में पॉलीथिन आदि भी थी। कूड़ा हवा के कारण इधर-उधर उड़कर गंगनहर में न गिर जाए। इस बात को देखते हुए उन्होंने कूड़े के ढेर को आग लगा दी। उसी दौरान नगर निगम की टीम वहां आ गई। कूड़े को आग लगाते देख टीम के सदस्य वहां रुक गए। उन्होंने शिक्षक से पूछा कि आग किसने लगाई।
निगम की टीम से अंजान शिक्षक ने बिना कुछ सफाई दिये बता दिया कि यह आग उन्होंने लगाई है। इस पर टीम ने शिक्षक का नाम और पता पूछा। इसके बाद उनके हाथ में चालान थमा दिया। तब शिक्षक को पता चला कि उन पर कूड़ा जलाने पर जुर्माना हो गया है। हालांकि बाद में उन्होंने टीम को बताया कि सफाई करने के उद्देश्य से उन्होंने कूड़ा एकत्रित किया था। टीम के सदस्यों ने बताया कि वे चालान में कटिंग नहीं कर सकते हैं। इसलिए इस संबंध में अधिकारियों से मिल लें। शिक्षक के एक साथी गुरुवार को नगर निगम पहुंचे। उन्होंने पूरी बात सहायक नगर आयुक्त चंद्रकांत भट्ट को बताई। इस पर सहायक नगर आयुक्त ने जुर्माने की राशि न्यूनतम कर दी।
वसूला 34,700 का जुर्माना
रुड़की: नगर निगम की एंटी पॉलीथिन स्क्वायड की टीम ने नगर निगम क्षेत्र से विभिन्न स्थानों पर गंदगी फैलाने और पॉलीथिन का इस्तेमाल करने पर 22 लोगों के चालान काटे। इन लोगों से निगम की टीम ने 34 हजार 700 रुपये वसूले हैं।