देहरादून। होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा संगठन के 18वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने होमगार्डों को प्रदेश की शांति व कानून व्यवस्था का अभिन्न अंग बताते हुए उनके कार्यों की सराहना की। इस दौरान 1111 होमगार्ड की जल्द भर्ती करने की घोषणा की गई। साथ ही होम गार्ड की बेवसाइट और स्मारिका का भी लोकार्पण किया गया।
तपोवन रोड पर ननूरखेड़ा स्थित होमगार्ड मुख्यालय पर आयोजित भव्य रैतिक परेड की मुख्यमंत्री ने सलामी ली। इस मौके पर सीएम ने कहा कि होमगार्डों ने राज्य में आपदा, चुनाव व कांवड़ मेला जैसे महत्वपूर्ण मौकों पर अपनी उपयोगिता सिद्ध की है। हाल ही में निकाय चुनाव में होमगार्डों ने अहम भूमिका निभाई।
सीएम ने कहा कि राजधानी में ही नहीं सूबे के अधिकांश जनपदों की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था में भी होमगार्ड महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। कमांडेंट जनरल एडीजी प्रशासन आरएस मीणा ने कहा कि होमगार्ड के स्वयंसेवक राज्य में जब भी चुनौतीपूर्ण स्थिति आई है, तो वह सबसे अधिक मददगार साबित हुए हैं। सुदूर अंचलों में शांति व कानून व्यवस्था के नियोजन में वह पुलिस के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं।
इस मौके पर होमगार्ड के परिजनों को सम्मानित किए गए। स्थापना दिवस पर भव्य रैतिक परेड का आयोजन किया गया।
परेड के उपरांत सीएम ने होमगार्ड की स्मारिका और वेबसाइट का लोकार्पण भी किया। साथ ही आर्थिक मदद के चेक वितरित किए। इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, गृह सचिव नितेश झा, समेत अन्य मौजूद रहे।