नई दिल्ली। भारत में इस बार गणतंत्र दिवस पर दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा मुख्य अतिथि होंगे। रामफोसा परिवार सहित दिल्ली पहुंच चुके हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने उनका स्वागत किया।राष्ट्रपति रामफोसा ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है।
बता दें कि ये दूसरी बार है जब गणतंत्र दिवस में किसी अफ्रीकी नेता को बतौर मुख्य अतिथि बुलाया जा रहा है।इससे पहले साल 1995 के गणतंत्र दिवस समाहोर में अफ्रीकी नेता नेल्सन मंडेला ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया था।
गार्ड ऑफ ऑनर
दक्षिणी अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को यहां पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद रामफोसा राजघाट पर पहुंचे। जहां उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे।
पिछले साल ही बने हैं राष्ट्रपति
बता दें कि 75 वर्षीय जैकब जुमा के इस्तीफे के बाद 65 वर्षीय नेता सिरिल रामफोसा को पिछले साल अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी) का नया अध्यक्ष चुना गया था और फरवरी में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली।
ट्रंप के आने की थी चर्चा
वहीं, इस बार रामफोसा से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने की चर्चा थी। बताया जाता है कि डोनाल्ड ट्रंप के विकल्प के तौर पर सरकार तीन देशों के राष्ट्राध्यक्षों के नाम पर विचार कर रही थी। इसमें दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा का नाम सबसे ऊपर था और अंत में उनके नाम पर ही सहमति बनी।
हर साल खास मेहमानों को बुलाने की परंपरा
गौरतलब है कि भारत में हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर खास मेहमानों को बुलाने की परंपरा चलती आई है। साल 2015 में बराक ओबामा (तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति), 2016 में फ्रांस्वा ओलांद (फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति), 2017 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और 2018 में आसियान के सभी 10 नेता गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि थे।