देहरादून। चारधाम यात्रियों को डेंजर जोन, ब्लैक स्पॉट और भूस्खलन क्षेत्र से सुरक्षित आवाजाही करने की चुनौती रहेगी। यहां से धाम तक पहुंचना और वहां से यात्रियों की सुरक्षित वापसी शासन-प्रशासन के लिए असल परीक्षा होगी।
खासकर ऑलवेदर और 2013 की आपदा से जर्जर हुए हाईवे पर बारिश के बाद सुरक्षित सफर करना चुनौतीपूर्ण रहेगा। इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने जरूरी हैं।
सात मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने से चारधाम यात्रा का आगाज हो जाएगा। इसके बाद नौ मई को केदारनाथ और 10 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने हैं। इस बार यात्रा रूट पर डेंजर जोन भी भक्तों की परीक्षा लेंगे।
चारधाम यात्रा रूट पर पूर्व में हुई दुर्घटना काफी हद तक खराब सड़क के कारण हुई। बारिश होने के बाद भूस्खलन क्षेत्र से सफर करना चुनौतीभरा रहता है। 2013 की आपदा से जर्जर हो चुके चारों धाम के हाईवे इस बार ऑलवेदर रोड से भी जख्मी हुए हैं।
ऑलवेदर से सड़कें तो चौड़ी हो गई हैं, लेकिन कटिंग से उनके घाव अभी भी हरे हैं। ऐसे में बारिश के बाद ऑलवेदर सड़कों पर सुरक्षित सफर यात्रियों के लिए आसान नहीं होगा। इसमें ऊपर पहाड़ और नीचे खाई वाले हिस्से ज्यादा जोखिमभरे साबित होंगे।
खासकर ऋषिकेश से बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री तक ऐसे कई भूस्खलन जोन तैयार हो गए हैं, जो यात्रा के लिए चुनौती पैदा कर सकते हैं। यही हाल एक ही स्थान पर कई दुर्घटना वाले ब्लैक स्पॉट की भी हैं। बदरीनाथ और गंगोत्री हाईवे पर ऐसे 99 तथा स्टेट हाईवे पर 25 ब्लैक स्पॉट यात्रियों के सुहाने सफर में बाधा डाल सकते हैं।
इसे लेकर सुरक्षा, ट्रीटमेंट और सतर्कता के समय पर इंतजाम किए जाने जरूरी हैं। अन्यथा चारधाम यात्रा के सफर में कोई अनहोनी होगी, इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है।
प्रमुख भूस्खलन जोन
यमुनोत्री मार्गः छटांगा, बर्नीगाड़, अस्नोलगाड़, खनेड़ा डैम टॉप जूड्डो के पास, सुमन क्यारी, ओजरी।
गंगोत्री मार्गः ऋषिकेश से चंबा के बीच ऑलवेदर जोन, रत्नो गाड़, चिन्यालीसौड़, धरासू बैंड, रोनबासा, डुंडा, नाकुरी, बंदरकोट, बड़ेथी, गणेशपुर, मल्ला, भटवाड़ी, सुनगर, गंगनानी, डबराणी, सुक्की टॉप।
बदरी-केदारनाथ मार्गः मुल्यागांव, फरासू, सिरोबगड़, बांसवाड़ा, घाट, सोनप्रयाग, पीपकोटी से जोशीमठ के बीच, विष्णुप्रयाग से पांडुकेश्वर के बीच तथा लामबगड़।
निरीक्षण को भेजी गई टीम
निदेशक यातायात केवर खुराना के अनुसार, चारधाम यात्रा रूट पर डेंजर जोन, भूस्खलन क्षेत्र और ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं। यहां नेशनल हाईवे को सुरक्षा के इंतजाम कराने को लिखा गया है। ट्रैफिक निदेशालय की टीम निरीक्षण को भेजी गई है। सरकार को भी इसका प्रस्ताव भेजा जाएगा।
सुरक्षा के हो रहे इंतजाम
नेशनल हाईवे के अधीक्षण अभियंता आरसी शर्मा के मुताबिक, चारधाम रूट पर ऑलवेदर का काम पहले ही रोक दिया है। डेंजर जोन और ब्लैक स्पॉट पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। भूस्खलन जोन में चौड़ीकरण के चौबीसों घंटे मशीनें रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि यातायात सुचारु रहे।