देहरादूनः राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद से ही नये कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए लगातार चर्चाएं चल रही थी। अब राहुल गांधी ने औपचारिक रूप से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है कि वे अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं हैं। वहीं इस बीच अब इस दौड़ में हरीश रावत को बताया जा रहा है कि वे भी अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। हरीश रावत उत्तराखंड के कद्दावर नेताओं में शुमार किए जाने वाले ऐसे राजनीतिज्ञ माने जाते हैं, जो अपने प्रतिद्वंदियों से मात खाने के बाद हर बार और मजबूत होकर उभरे। रावत पर्वतीय राज्य से पांच बार सांसद रहे और 2012— से 2014 के दौरान मनमोहन सिंह की सरकार में जल संसाधन मंत्री बनाया गया। वह साल 2000 में उस वक्त राज्य पार्टी ईकाई के अध्यक्ष बनाए गए जब उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश से अलग किया गया। साल 2002 में वह राज्यसभा के सदस्य चुने गए। साल 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान अनुसूचित जाति के लिए सीट रिजर्व होने के चलते उन्हें अपनी पारंपरिक अल्मोड़ा सीट छोड़नी पड़ी। उसके बाद रावत हरिद्वार लोकसभा सीट के चुनावी मैदान में उतरे। रावत को साल 2014 में उस वक्त मुख्यमंत्री बनाया गया
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