देहरादूनः कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद उत्तराखंड से राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के भी हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने के बाद उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना प्रबल हो गई है। हालांकि पहले से ही कयासबाजी लगाई जा रही थी कि जिस प्रकार उत्तराखंड में पांचों सीटों पर कांग्रेस बुरी तरह से हारी। यहां तक कि हरीश रावत जैसे दिग्गज भी लोकसभा चुनाव हार गए। बताया जा रहा है कि जिस प्रकार से हरीश रावत व राहुल गांधी ने इस्तीफा दिया उसके बाद से प्रीतम सिंह पर भी इस्तीफे का दबाव बन गया है। अब कयासबाजी है कि इसके बाद हीरा सिंह बिष्ट को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। …..लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद जिस तरह राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पद छोड़ा है, उससे कांग्रेस की अंदरूनी सियासत में हलचल और असमंजस बढ़ गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और असम के प्रभारी के तौर पर हरीश रावत ने इस्तीफा तो दिया , साथ ही लोकसभा चुनाव में हार के लिए पार्टी की संगठनात्मक कमजोरी के लिए भी पदाधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। असम में पार्टी का प्रदर्शन अपेक्षित नहीं रहने के लिए भी बतौर प्रभारी उन्होंने खुद को उत्तरदायी ठहराने से गुरेज नहीं किया। रावत के इस स्टैंड को प्रदेश कांग्रेस कमेटी पर दबाव बढ़ाने वाला माना जा रहा है। हालांकि इससे प्रदेश में पार्टी के भीतर गुटबंदी तेज होने के आसार हैं। हालांकि श्रीनगर और बाजपुर में आठ जुलाई को होने वाले नगर निकाय चुनाव में पार्टी को कामयाबी दिलाने को पार्टी के सभी दिग्गज नेता एकजुट दिख रहे हैं। पहले बाजपुर और फिर गुरुवार को श्रीनगर नगरपालिका परिषद अध्यक्ष पद के चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में सभी दिग्गजों ने एक साथ प्रचार भी किया।
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