UK Review-उत्तरकाशी- गोस्वामी गणेश दत्त विद्या मंदिर इंटर कालेज के शिक्षकों ने अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर विद्यालय परिसर में एक दिवसीय धरना दिया। शिक्षकों के धरने के चलते विद्यालय में शिक्षण कार्य ठप रहा। शिक्षकों के धरने को देखते हुये वार्ता के लिये विद्यालय प्रबंधन समिति के कुछ पदाधिकारी विद्यालय में पहुंचे, लेकिन शिक्षक मांगों के निस्तारण होने पर ही धरने को समाप्त करने की बात पर अड़े रहे। धरना स्थल पर हुई सभा में शिक्षकों ने विद्यालय को अशासकीय घोषित करने की प्रक्रिया को जारी रखने, गत 14 जुलाई को प्रबंध समिति की हुई बैठक में गंगा प्रसाद रोहेला को निदेशक, सलाहकार के पद पर वैतनिक अधिकार देने के निर्णय को तत्काल प्रभाव से वापस लेने तथा झूठे आरोप लगाकर किसी भी शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी को परेशान करने की मांग की है। शिक्षकों के आंदेलन को देखते हुये प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष हरीश सेमवाल व संस्थापक सदस्य नेम चंद चंदोक धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने आंदोलित शिक्षकों से वार्ता की, लेकिन शिक्षक मांगों के निराकरण होने की बात पर ही अड़े रहे। शिक्षकों के आंदोलन के बारे में विद्यालय प्रबंधक मनीषा नंद महाराज ने कहा कि यह एक दम अनुशासनहीनता है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के आंदोलन से छात्रों और अभिभावाकों का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिस गंगा प्रसाद रुहेला को हटाने की बात की जा रही है, उसे पुरानी प्रबंध समिति ने ही तैनता कर अधिकार दिये हैं। विद्यालय को अशासकीय घोषित करना है या नहीं यह निर्णण प्रबंधन समिति के सभी सदस्य ही आपस में विचार-विमर्श कर ले सकते हैं। धरने पर सुरेश मिश्रा, मोहन सिंह, बीडी कुड़ियाल, आशीष नारायण भट्ट, मुकेश चंद्र भट्ट, युद्धवीर सिंह चौहान, रामशरण उमराव, ममराज सिंह, यशवंत भारती, सुनीता चौहान,योगेंद्र प्रसाद, यतेंद्र सिंह बिष्ट, चंद्र रेखा पंवार, स्वाति शर्मा, अनीता बिष्ट, मेघा अग्रवाल, महेश गोड, सुमित भट्ट, सूर्य प्रकाश भट्ट, द्वारिका प्रसाद, प्रेमलाल, सूर्य प्रकाश, जय प्रकाश भट्ट आदि गई लोग बैठे।
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