ऋषिकेश(UK Review)।शनिवार को कांवड़ियों का दबाव बढ़ने से रामझूला पुल को थामने वाली चार सस्पैंडर वायर टूट गई थीं। टूटी वायर को लोनिवि इंजीनियरों ने जोड़ दिया था। रामझूला पुल पर खतरा देख पुलिस प्रशासन ने रविवार को दोपहिया की आवाजाही पूरी तरह से बंद रखी। पैदल लोगों को ही छूट दी गई। पुल पर स्कूटर, बाइक के प्रतिबंध से स्थानीय व्यापारियों और जनता की फजीहत हुई।रामझूला पुल के सस्पैंडर वायर टूटने के बाद पुलिस प्रशासन ने रविवार को एहतियातन दुपहिया की एंट्री रविवार सुबह से ही बैन कर दी। इससे स्वर्गाश्रम और मुनिकीरेती के बीच आवाजाही करने वाले स्थानीय लोगों के साथ व्यापारियों को परेशानी हुई। उन्हें लक्ष्मणझूला और स्वर्गाश्रम आने के लिए नीलकंठ बैराज मार्ग से लंबा सफर तय करना पड़ा। रविवार को रामझूला पुल कांवड़ियों से खचाखच भरा रहा।बतादें कि शनिवार को रामझूला पुल के बीच के चार वायर कमजोर होकर टूट गई। जिससे पीडब्लूडी के इंजीनियरों में हड़कप मच गया। हरकत में आए इंजीनियरों ने करीब दो घंटे की मेहनत के बाद तारों को जोड़ कर ठीक कर दिया। 11 जुलाई को लोनिवि के अधिशासी अभियंता मोहम्मद आरिफ खान ने बैठक में एक्सपर्ट पीके चमोली की सर्वे रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि लक्ष्मणझूला पुल की मियाद पूरी हो चुकी है। लिहाजा पुल की स्थिति कमजोर है। इस पर आवाजाही चालू रखने से हादसे का खतरा है। साथ ही रामझूला पुल को कमजोर बताया था। जिसकी मरम्मत की बात रखी थी। नरेंद्रनगर डीवीजन की ओर से शासन को रामझूला पुल के मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।