(UK Review)कोटद्वार। पौड़ी गढ़वाल और हरिद्वार जिले की सीमा पर स्थित लालढांग क्षेत्र के जंगल में तीन गुलदार मृत मिलने के मामले का खुलासा हो गया है। तीनों गुलदार की मौत कुत्ते का जहरीला शव खाने से हुई है। वन विभाग के एसओजी टीम प्रभारी अनुराग जुयाल की टीम ने आज इस बात का खुलासा किया। बता दें कि लैंसडौन वन प्रभाग की लालढांग रेंज, हरिद्वार वन प्रभाग की चिड़ियापुर रेंज और राजाजी टाइगर रिजर्व की रवासन रेंज में अलग-अलग स्थानों पर दो अगस्त को तीन गुलदार मृत पाए गए थे। एक साथ गुलदार के तीन शव मिलने से विभाग में हड़कंप मच गया था। तब डीएफओ वैभव कुमार सिंह ने लालढांग रेंज के वन क्षेत्राधिकारी के साथ एसओजी टीम को मामले की जांच सौंपी थी। गुरुवार को टीम ने मामले की खुलासा करते हुए लालढांग निवासी सुखपाल सिंह नेगी पुत्र जोत सिंह को गिरफ्तार कर दिया। डीएफओ सिंह ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि लालढांग निवासी सुखपाल ने दो कुत्ते पाले हुए थे। कुछ दिन पूर्व गुलदार के हमले में उसका एक कुत्ता घायल हो गया व सुखपाल घर पर ही उसका उपचार कर रहा था। बताया कि मृत गुलदार के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गुलदार के पेट में कुत्ते की हड्डियां पाई गई। उन्होंने बताया कि हरिद्वार वन प्रभाग व राजाजी टाइगर रिजर्व में गुलदारों की मौत किस तरह हुई, इस संबंध में कुछ नहीं कहा जा सकता। टीम में लालढांग रेंज के रेंज अधिकारी बिंदरपाल सिंह, लैंसडौन रेंज की रेंज अधिकारी पूनम अधिकारी, दिनेश घिल्डियाल, एसओजी टीम प्रभारी अनुराग जुयाल, वन आरक्षी राहुल चमोली, भूपेंद्र रौतेला, राकेश, वन दरोगा अशोक कुमार, वन आरक्षी वीरेंद्र चौधरी व विनोद बिंजोला शामिल रहे।