(UK Review) कोटद्वार। मासूम बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना को लेकर पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। दस साल की मासूम के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पकड़े गये दो आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग को लेकर गुरुवार को सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान लोगों के चेहरे पर गुस्सा साफ नजर आ रहा था। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस के पसीने छूट गये, हालांकि शांति व्यवस्था को देखते हुए जनपद के विभिन्न थानों से पर्याप्त फोर्स को कोटद्वार बुलाया गया था। विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग सुबह से ही सड़कों पर जुटना शुरू हो गये थे। इसके बाद झंडाचौक पर एनएच बंद करते हुए वहां से गुजरने वाले वाहनों को रोक दिया गया जिससे स्कूली बच्चों और लोगों को काफी फजीहत झेलनी पड़ी। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कई बार नोकझोंक भी हुई। आक्रोशित लोगों ने नजीबाबाद चौक में खुली कुछ दुकानों को भी बंद करा दिया। फिर झंडाचौक में प्रदर्शन करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू करते हुए दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग उठाई। करीब तीन घंटे तक पुलिस प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास करती रही लेकिन वे टस से मस नहीं हुए। एएसपी प्रदीप राय ने लोगों से कहा कि जनता का सहयोग मिलेगा तो हत्यारों को सख्त सजा मिलेगी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने तहसील की ओर रूख कर दिया। प्रदर्शन करने वालों में रंजना रावत, संजय थपलियाल, शकुन्तला चौहान, ज्योति, प्रमोद, महेन्द्र, पूनम, शकुन्तला, नितिन, शंकर, मोहित, संगीता, अंजू पुंडीर, राजीव समेत कई लोग शामिल रहे।