गोपेश्वर। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने हेमकुंड साहिब के कपाट खोलने की तैयारी पूरी कर ली है। बृहस्पतिवार को पंच प्यारे के नेतृत्व में गोविंदघाट गुरुद्वारे से श्रद्धालुओं का पहला जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना होगा। घांघरिया में 55 और गोविंदघाट में 25 सिख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।
शुक्रवार को हेमकुंड साहिब के कपाट सुबह 10 बजे आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। गुरुद्वारा कमेटी की ओर से धाम में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर दी गई हैं। गोविंदधाम गुरुद्वारे के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि गोविंदघाट गुरुद्वारे में शबद कीर्तन के बाद सुबह साढ़े नौ बजे पंच प्यारे के साथ श्रद्धालुओं का जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना होगा। उन्होंने बताया कि घांघरिया में 55 और गोविंदघाट में 25 सिख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। इसके अलावा सेना के 418 इंजीनियरिंग कोर के 12 जवान भी घांघरिया पहुंच चुके हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आने वाले हर श्रद्धालु को 72 घंटे पहले कोविड का आरटीपीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। ट्रूू नॉट और एंटिजन टेस्ट की रिपोर्ट किसी भी दशा में मान्य नहीं होगी। पीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट वाले श्रद्धालुओं को ही यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी। एक दिन में अधिकतम 200 श्रद्धालुओं को ही गोविंदघाट से हेमकुंड जाने की अनुमति मिलेगी। चार सितंबर को सुबह दस बजे हेमकुंड साहिब के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। यात्रा लगभग एक महीने और 5 दिनों तक चलेगी। यात्रा के दौरान गुरुद्वारों में शारीरिक दूरी, मास्क पहनना एवं कोविड के सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य रहेगा।