डॉ. जसप्रीत सिंह उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के काय चिकित्सा विभाग में कार्यरत हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि बीते गुरुवार को वह ओपीडी में मरीज देख रहे थे। तभी उनके मोबाइल पर एक शख्स का फोन आया। उसने बताया कि वह बैक ऑफ बड़ौदा का मैनेजर बोल रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा में खोले गए उनके खाते से कोई लेनदेन नहीं हो रहा है। ऐसे वह इस अकाउंट में जमा रकम को उनके किसी दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर देगा।
चिकित्सक ने बताया कि उस समय ओपीडी में भीड़ थी और फोन के ट्रू कॉलर में भी बैंक ऑफ बड़ौदा का नंबर बता रहा था। इसलिए झांसे में आकर उन्होंने यूपीआइ से संबंधित जानकारी उसे दे दी। उसने कहा कि यह रकम उनके पीएनबी अकाउंट में ट्रांसफर किए जा रहे हैं चिकित्सक ने बताया कि उस समय ओपीडी में भीड़ थी और फोन के ट्रू कॉलर में भी बैंक ऑफ बड़ौदा का नंबर बता रहा था। इसलिए झांसे में आकर उन्होंने यूपीआइ से संबंधित जानकारी उसे दे दी। उसने कहा कि यह रकम उनके पीएनबी अकाउंट में ट्रांसफर किए जा रहे हैं फोन पर बात करते-करते ही उनके बैंक ऑफ बड़ौदा के अकाउंट से करीब 38 हजार रुपये निकाल लिए गए। चिकित्सक ने बताया कि बैंक से जानकारी करने पर पता चला कि रकम जोशीमठ में इलाहाबाद बैंक के दो खातों में ट्रांसफर की गई है। वहीँ पुलिस इस मामले कि छानबीन में जुटी है