रायवाला-प्रतीतनगर पांच किलो मीटर संपर्क मार्ग की मरम्मत और चैड़ीकरण की घोषणा को एक साल से भी अधिक हो गया है लेकिन धरातल पर कार्य शून्य है। ठेकेदारों ने सड़क खोदकर छोड़ दी है जिससे राहगीरों का दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि उनको मैटीरियल नही मिल पा रहा है।
साढ़े पांच करोड़ की लागत से रायवाला प्रतीतनगर संपर्क मार्ग का चैड़ीकरण और मरम्मत कार्य किया जाना था। इस कार्य को पूरा करने के लिए एक साल का समय भी तय किया गया था। आपको बता दें कि जुलाई 2018 को इस कार्य का विधान सभा अध्यक्ष द्वारा विधिवत रूप से शिनाल्यास भी किया गया। आलम यह है कि शिलान्यास को एक साल बीत चुका है और धरातल पर कार्य शून्य है। करोड़ो की लागत के बाद जिस संपर्क मार्ग की हालत सुधरनी चाहिए थी वह और भी बदतर होती जा रही है। ठेकेदार सड़क के दोनों और खाई खोदकर चलते बने। उक्त मार्ग रायवाला, प्रतीतनगर व गौहरीमाफी ग्राम सभाओं को हरिद्वार देहरादून मार्ग से जोड़ने वाला मुख्य संपर्क मार्ग है। खस्ताहाल सड़क हादसों को न्योता दे रही है। इतना ही नही सड़क पर पानी भरा रहता है जिससे राहगीरों का परेशानियांे का सामना करना पड़ रहा है। अब अधिकारियों का कहना है कि निर्माण के लिए ठेकेदार को मैटीरियल नहीं मिल पा रहा है। जिस कारण कार्य रूका हुआ है। एसडीओ लोनिवि, अस्थायी खण्ड ऋषिकेश आरएस कैलखुरा का कहना है कि पहले कुछ जन प्रतिनिधियों ने नाली निर्माण को लेकर आपत्ति कर दी थी लेकिन अब मैटीरियल नही मिल पा रहा है। उन्होने बताया कि पेयजल लाइन बिछाने के लिए अक्तूबर तक का समय मांगा गया था लेकिन उन्होने कार्य समय पर पूरा नही किया