देहरादून- पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर डेंगू से निपटने में नाकाम रहने का आरोप लगाया। हालत यह है कि जिले में डेंगू हर रोज एक जान ले रहा है। लेकिन डेंगू से निपटने के लिए कोई ठोस कदम उठाने के बजाय अब ठंड होने का इंतजार किया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री आज सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर विधायक ममता राकेश की अगुवाई में दिए गए धरने में भी शामिल हुए।
उन्होंने त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो ब्लड जांच की मशीनें, कंपोनेंट सेपरेटर उन्होंने अपने कार्यकाल में लगवाए थे, उन्हीं से लोगों की जांच हो रही है और ब्लड प्लेटलेट्स मिल रहा है। गलियों में फॉगिंग से मच्छर घरों में घुस रहा है, जिससे लोग बीमार हो रहे हैं। उन्होंने भगवानपुर क्षेत्र में डेंगू से मरीजों की मौत का भी मसला उठाया। सरकार अपनी नाकामी पर पर्दा डालने के लिए आंकड़ों से खिलवाड़ कर रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पैरासीटामोल टैबलेट खाने के बयान पर भी घेरा लोगों को स्वयं जागरूक होने को आह्वान किया। विधायक ममता राकेश ने कहा कि भगवानपुर, ज्वालापुर, झबरेड़ा विधानसभा क्षेत्रों में डेंगू के साथ अन्य संक्रामक बीमारियों से लोग पीड़ित हो रहे हैं, लेकिन सरकार का रवैया पूरी तरह गैर जिम्मेदाराना है। मेयर अनीता शर्मा ने हरिद्वार शहर में डेंगू से बचाव का कोई इंतजाम न होने की बात कही। प्रभारी सिटी मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह नेगी ने धरनास्थल पर ज्ञापन लिया।