देहरादून, UKReview। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शुक्रवार को राजभवन प्रांगण में ट्यूलिप बल्ब का रोपण किया। विगत वर्ष राजभवन में ट्यूलिप पुष्प की मात्र 6 प्रजातियों का रोपण किया गया था, जबकि इस वर्ष 11 प्रजाति के 4000 बल्ब रोपित किये गये है। ये बल्ब वसन्तोत्सव 2020 तक पुष्पावस्था में रहेंगे। राज्यपाल श्रीमती मौर्य के निर्देशानुसार इस वर्ष ट्यूलिप क्यारी के निकट एक सेल्फी प्वांइट भी विकसित किया गया है, जहां पर वसन्तोत्सव 2020 के दौरान लोग सेल्फी ले सकेंगे। विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 2000 बल्ब अधिक रोपित किये गये हैं।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य द्वारा उत्तराखण्ड में ट्यूलिप के उत्पादन को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि राजभवन उद्यान में ऐसे पुष्प भी लगाए जाएं जिनके माध्यम से पुष्प उत्पादन में लगे लोगों को प्रेरणा मिले। उन्होंने कहा कि फ्लॉरिकल्चर को बढ़ावा देने से राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। राज्यपाल ने उद्यान अधिकारी को पुष्प प्रदर्शनी तक ट्यूलिप के व्यवसायिक उत्पादन तकनीक की जानकारी देने हेतु ट्यूलिप क्यारी के निकट तकनीकी सूचना लगाने के निर्देश भी दिए। प्रथम बार राजभवन परिसर में ट्यूलिप का रोपण वर्ष 2015 में तत्कालीन राज्यपाल द्वारा किया गया था। उस समय एक प्रयोग के तौर पर मात्र 200 बल्ब का रोपण किया गया, जिसका परिणाम उत्साहवर्धक रहा। उसके उपरांत नित्य 2016 व 2017 में 500-500 बल्ब का रोपण किया गया। उद्यान अधिकारी दीपक पुरोहित द्वारा बताया गया कि आमतौर पर ट्यूलिप पुष्प 6500 फीट से अधिक ऊंचाई के क्षेत्रों में होते हैं। इसके पश्चात राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने राजभवन में उद्यान विभाग के कार्यरत कुल 32 मालियों तथा दैनिक श्रमिकों को टैªक सूट तथा महिला श्रमिकों को ऊनी सलवार कुर्ते वितरित किये। इस अवसर पर सचिव श्री राज्यपाल रमेश कुमार सुधांशु, विधि परामर्शी कहकशां खान व राजभवन के अन्य अधिकारी व कार्मिक उपस्थित थे।