हरिद्वार, UKR। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में शिक्षा एवं प्रशिक्षण संकाय के अन्तर्गत सात दिवसीय ओरियेन्टशन कार्यक्रम इम्पेनल्ड ट्रेनिंग इस्टीट्यूट के निदेशक एवं संकायाध्यक्ष प्रो0 सी0पी0 खोखर ने व्याख्यान में प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में मादक पदार्थो का सेवन एक बड़ी चुनौती बन चुका है। युवाओं का एक बडा वर्ग इसकी चपेट में आ गया है, कोकीन, चरस, हिरोइन, अफीम, गांजा, शराब, विस्की, रम, बीयस, ब्राउन शुगर, भांग जैसे नशीले पदार्थो का सेवन करके युवा अपने जीवन को चैपट कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थो का सेवन कुछ मिनटों के लिए आनन्द देता पर इसके दूरगामी परिणाम दुष्परिणाम होते है। यह युवा को धीरे-धीरे निगल जाता है और वह जीवन को बर्बाद कर देता है। जो व्यक्ति व्यसन करते हैं उनके चारों तरफ झगड़ा और हिस्सा का वातावरण बिखरा हुआ दिखाई पड़ता है। उन्होंने युवा स्वास्थ्य विषय पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि युवाओं को व्यसन से बचना चाहिए। जो लोग इस समस्या से ग्रस्त है उनको दृढ़ निश्चय करके छोड़ देना चाहिए। याद रखे नशा एक जहर है। इस दिशा में भारत सरकार युवाओं को सशक्त बनाने के लिए अनेक कार्यक्रम संचालित कर रही है। हरिद्वार जनपद की बात करें तो पुलिस विभाग द्वारा युवाओं को नशीले पदार्थो से दूर करने के लिए अभियान भी चलाया जा रहा है। उत्तराखण्ड के अलग-अलग महाविद्यालयों से एन0एस0एस0 के परियोजना अधिकारियों को नशीले पदार्थ के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। तृतीय एवं चतुर्थ सत्र के विशिष्ट वक्ता जिला समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना ने एस.पी.सिंह ने राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत संचालित गतिविधियों से प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने वाले उत्तराखण्ड प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, तकनीकी शिक्षण संस्थाओं एवं इण्टर कालेज के कार्यक्रम अधिकारियों को अवगत कराया गया। इस अवसर पर ओमेन्द्र, डा0 पवन, विकास सक्सैना, अभिनव एवं सलोनी इत्यादि उपस्थित रहे।