पौड़ी। कोरोना वायरस को लेकर चल रहे लॉकडाउन के मद्देनजर ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया जा रहा है। बड़े परिसरों के बाद डिग्री कॉलेजों में भी कोशिश की जा रही है कि छात्र ऑन लाइन पढ़ाई कर सके। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क और सभी छात्रों के पास स्मार्ट फोन की कमी इस मकसद रोडा भी बन रही है।
राठ महाविद्यालय पैठाणी में कला संकाय, बीएड और बीपीएड संकाय को मिलाकर करीब 800 छात्र-छात्राएं है। कॉलेज प्रशासन ने लॉकडाउन के कारण बंद हुए कालेज के छात्र-छात्राओं के लिए ऑन लाइन पढ़ाई का काम शुरू किया। करीब 80 फीसदी छात्र इसे जुड़ गए है। जूम एप और स्मार्ट फोन के जरिए ग्रुप बनाते हुए छात्रों की पढ़ाई की इन दिनों चल रही है। ऑन लाइन पढ़ाई की हर सप्ताह समीक्षा भी हो रही है इसके लिए एक समिति बनाई गई है। कालेज के प्राचार्य डा. जीतेंद्र नेगी ने बताया है कि समिति में डा. प्रवेश मिश्रा, डा. देवकृष्ण, डा. राजीव दुबे, डा. गोपेश भट्ट को यह जिम्मेदारी दी गई है। समिति के माध्यम से ऑन लाइन टीचिंग को लेकर जो रिपोर्ट आ रही है उसे निदेशालय को हर सप्ताह भेजा जा रहा है। ऑन लाइन क्लास में वहीं छात्र हिस्सा नहीं ले पा रहे है जिनके पास ग्रामीण क्षेत्रों में या तो स्मार्ट फोन नहीं है या फिर वहां सेलुलर फोन नेटवर्किंग की समस्या है। लिहाजा कोशिश की गई है कि जूप एप के साथी गु्रप ऑन लाइन बनाए गए हैं। इसके जरिए मैसेज देर ही सही पर कुछ और भी छात्रों तक पहुंच जा रहे हैं। इस दौरान लॉकडान और सोशल दूरी का पालन करने को लेकर भी जागरूकता की जा रही है।