देहरादून। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित कार्यालय में दून विश्वविद्यालय की समीक्षा की। बैठक में दून विश्वविद्यालय को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) की राष्ट्रीय रैंकिंग में लाने के लिए तैयारियों में जुट जाने को अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में एनआईआरएफ के मानकों को सख्ती से लागू किया जाय, इसके लिए जो भी संसाधनों की आवश्यकता होगी राज्य सरकार मुहैया करायेगी। डाॅ0 रावत ने कहा कि विश्वविद्यालय में अभी से एनआईआरएफ रैंकिंग के लिए निर्धारित मानकों शिक्षण, शिक्षा और संसाधन’ (ज्मंबीपदह, स्मंतदपदह ंदक त्मेवनतबमे), ‘अनुसंधान और व्यावसायिक व्यवहार, ‘स्नातक परिणाम’, ‘आउटरीच और समाशोधन’ और ‘अनुभूति’ पर अभी से फोकस किया जाय। ताकि एक साल के भीतर दून विश्वविद्यालय राष्ट्रीय रैंकिंग के लिए पूरी तरह से तैयार हो सके।
समीक्षा बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत ने विश्वविद्यालय में शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों के रिक्त पदों को भरे जाने के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 101 पद स्वीकृत है जिन में से 39 पद ही भरे गये हैं। शेष 62 पदों को भरे जाने के लिए आवेदन मांगे जा चुके हैं। जबकि शिक्षणेत्तर कर्मियों के 76 पद स्वीकृत हैं जिनको भरे जाने की कार्रवाही की जा रही है। जिस पर उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी रिक्त पदों को 06 महीने के भीतर भर दिया जाय। बैठक में कुलपति डाॅ. ए.के. कर्नाटक ने बताया कि रूसा एवं राज्य सरकार द्वारा पिछले वित्तीय वर्षों में विश्वविद्यालय को विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए लगभग रू0 77 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। जिनमें से 50 फीसदी धनराशि खर्च की जा चुकी है। जिस पर उच्च शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्माण कार्य में तेजी लाने के साथ ही कुलपति, कुलसचिव, वित्त नियंत्रक आवास एवं अति विशिष्ठ अतिथि गृह के निर्माण हेतु प्रस्ताव देने के निर्देश दिये। बैठक में कुलपति दून विश्वविद्यालय डाॅ0 ए.के. कर्नाटक, संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा एम.एम. सेमवाल, कुलसचिव मंगल सिंह मंद्रवाल, वित्त नियंत्रक डी.सी. लोहानी, सुधीर बुडाकोटी, अनुभाग अधिकारी मयंक बिष्ट सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।