देहरादून। आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय हर्रावाला में नियुक्ति दिलाने के नाम पर कई बेरोजगारों से करोड़ो रूपये की ठगी कर फरार होने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी एक वर्ष से फरार था जिस पर पुलिस द्वारा ढाई हजार के ईनाम की घोषणा की गयी थी।बीते वर्ष आजाद डिमरी तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष बेरोजगार आयुर्वेदिक फार्मेसिस्ट द्वारा थाना नेहरू कालोनी मे तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत कराया गया था कि मृणाल धूलिया द्वारा उन्हे वह उनके साथियों से फार्मेसिस्ट के पदों पर नियुक्ति दिलाने के नाम पर 54 लाख की ठगी कर ली गयी है। मामले में मुकदमा दर्ज होते ही मृणाल धूलिया परिवार सहित देहरादून से फरार हो गया। पुलिस द्वारा अभी उसकी तलाश की ही जा रही थी कि पता चला कि मृणाल ने उच्च न्यायालय से अरेस्टिंग स्टे प्राप्त कर लिया है। जिसमें अदालत द्वारा उसे पुलिस के समक्ष उपस्थित होने के आदेश जारी किये गये थे। लेकिन उक्त ठग मृणाल पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुआ। जिस पर न्यायालय द्वारा उसका स्टे खारिज कर दिया गया। तभी से मृणाल पुलिस की नजरों में धूल झोंकता हुआ फरार चल रहा था। इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि मृणाल व उसकी पत्नी तथा उसके सहयोगी के खिलाफ डोईवाला कोतवाली में भी वैसी ही ठगी का एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। इस पर पुलिस द्वारा उसकी तलाश तेज कर दी गयी। इस बीच पुलिस को उसकी दिल्ली में रहने की खबर मिली लेकिन जब तक पुलिस वहंा पहुंचती वह जम्मू निकल गया। जिसे थाना नेहरूकालोनी पुलिस द्वारा दिल्ली आते हुए सोनीपथ हाईवे से गिरफ्तार कर लिया गया।