देहरादून। उत्तराखण्ड के सियासी गलियारों में इन दिनों हाई प्रोफाइल सैक्स स्कैंडल छाया हुआ है। एक विधायक से जुड़े होने के चलते यह मामला वीवीआईपी स्कैण्डल बन गया है। देव भूमि में अब तक मंत्रियों से लेकर अन्य नेता यौन शोषण के मामलों में फंस चुके हैं, अब इस बार एक विधायक द्वारा युवती का यौन शोषण करने का मामला लोगों की जुबान पर चढ़ा हुआ है।
द्वाराहाट के भाजपा विधायक महेश नेगी पर एक महिला द्वारा यौन शोषण किये जाने का आरोप लगाया गया है। महिला का कहना है कि उसके बच्चे के पिता महेश नेगी है और वह विधायक का डीएनए टेस्ट कराने की मांग पर अड़ी हुई है। जबकि विधायक की पत्नी रीता नेगी का आरोप है कि उक्त महिला उन्हें ब्लैकमेल कर रही है और उसने उनसे पांच करोड़ की डिमांड की है। हालांकि कानून के जानकारों का कहना है कि पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस को अब तक मामला दर्ज कर लेना चाहिए था। लेकिन पुलिस राजनीतिक कारणों के चलते मामले को दर्ज नहीं कर पा रही है और वह कानूनी दांव पेचों का हवाला देकर पीड़िता की तरफ से मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। बीते रोज पीड़िता ने मीडिया के समक्ष रूबरू होकर खुले आम विधायक पर यौन शोषण के आरोप लगाये है और उसने कहा है कि उसका मुख्य उद्देश्य अपनी बेटी को पिता का नाम दिलवाना ही है। इस मामले में पुलिस जांच पर भी सवाल खड़े हो रहे है। विधायक को पुलिस द्वारा कई बार बुलाया जा चुका है लेकिन वह पेश होने से बचते हुए खुद को व्यस्त होने का हवाला दे रहे हैं। उत्तराखण्ड में इस मामले को सार्वजनिक हुए लगभग सात दिन बीत चुके है। दून से लेकर द्वाराहाट तक यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। राज्य गठन के बीस सालों में अब तक कई मंत्री व नेता इस तरह के सैक्स स्कैंडल में फंस चुके है। देखना होगा कि ताजा प्रकरण में पुलिस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सख्त कदम उठाती है या फिर सत्ता के दबाव में आकर आरोपी विधायक के साथ मिलकर कोई नया खेल खेलती है।