वरिष्ठ राजनैतिक विश्लेषक, समाजसेवी एवं वर्तमान में भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के निर्वाचित बोर्ड सदस्य डा. महेंद्र राणा ने युवाओं के एक संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड के युवाओं में व्याप्त बेरोजगारी का विस्फोट बहुत खतरनाक हो सकता है ,जो प्रदेश के भविष्य के लिए बहुत चिंताजनक है।कोरोना संकट के चलते रिवर्स पलायन से बढ़ी बेरोजगारी में उत्तराखंड शीर्ष स्थान पर है ,और अगर सरकार द्वारा इन युवाओं के स्वरोजगार एवं नौकरियों के लिए शीघ्र ठोस कदम नही उठाये गये तो स्थिति बहुत खराब हो जाएगी ।कोरोना के चलते भारतीय सेना की भर्ती का न आना एवं पर्यटकों का न आना भी आग में घी डालने का काम कर रहा है ।
आज प्रदेश का युवा उत्तराखंड सरकार से रोजगार की उम्मीद लगाए ,निराशा एवं हताशा की ओर बढ़ रहा है , सरकार को चाहिए कि जल्दी से जल्दी प्रदेश की इस युवाशक्ति को सही मार्गदर्शन के साथ रचनात्मक योजनाओं से जोड़ने की मुहिम प्रारम्भ करे। कार्यक्रम में डा. चंद्रशेखर वर्मा, डा.अनुपम राठौड़ ,डा. वैभव ,अधिवक्ता नरेंद्र राणा , धीरज राणा ,राजीव चौहान ,मनीता रावत ,सुमन राणा ,पूनम आदि युवाओं ने भी अपने विचार एवं समस्याएं साझा की। कार्यक्रम का संचालन उत्तराखंड प्रगति मंच की संस्थापक रितिका राणा ने किया