देहरादून। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा किये जा रहे भारत बंद के समर्थन में वामपंथी दलों व अन्य राजनीतिक दलों द्वारा आज गांधी पार्क पर धरना दिया गया। धरने के दौरान उन्हांेने किसान आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी करते हुए किसान व गरीब विरोधी कानून को वापस लेने की मांग की गयी है।
धरने के पश्चात सियासी दलों द्वारा जारी संयुक्त बयान में कृषि कानूनों को केन्द्र सरकार का अलोकतांत्रिक तानाशाही पूर्ण कदम बताते हुए देशहित में इन्हे तुरन्त वापस लेने की मांग की गयी। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र सरकार बहुराष्ट्रीय कम्पनियों व भारतीय कारपोरेट का हित साधने के लिए यह कानून लायी है। उन्होने कहा कि अगर यह कृषि कानून वापस न लिये गये तो ये सरकार देश के किसानोें व खेती को तबाही के रास्ते में ढकेल देगी। बयान के अंत में कृषि कानून की वापसी तक प्रदेश की जनता से शांतिपूर्ण संघर्ष जारी रखने की अपील भी की गयी। धरना देने वालों में सीपीआई के प्रदेश सचिव समर भण्डारी, सपा प्रदेश अध्यक्ष एसएन सचान, यूकेडी नेता एसएस पांगती, एसएस सजवाण, इंदे्रश मैखुरी व कांग्रेसी नेता सुरेन्द्र अग्रवाल सहित कई लोग मौजूद रहे।