देहरादून। पर्यटकों के लिए उत्तराखंड राज्य प्रतिवर्ष नए साल के जश्न को मनाने के लिए मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा है। उत्तराखण्ड के देहरादून, मसूरी, ऋषिकेश, नैनीताल आदि जगहों पर पर्यटक नये साल का जश्न मनाने के लिए आते हैं। हालांकि, नए साल पर पार्टियों को प्रतिबंधित करने के नए दिशानिर्देशों ने बड़े पैमाने पर पर्यटन उद्योग से जुड़े हितधारकों को प्रभावित किया है। इस पर विचार करने के साथ, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, ‘‘हम हितधारकों को आवश्यक छूट प्रदान करने के लिए अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। चंूकि वर्तमान में लगे प्रतिबंध बड़े पैमाने पर पर्यटन उद्योग के वित्त को प्रभावित करेंगी। हालांकि, हमें नहीं भूलना चाहिए, महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि राज्य में आने वाले सभी पर्यटक और हितधारक कोविड के दिशा निर्देशों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए नए साल का जश्न मनाएं।”
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा, ‘‘वर्तमान दिशानिर्देशों में छूट निश्चित रूप से पर्यटन उद्योग के लिए सहायक होगी। हालांकि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि राज्य में आने वाले पर्यटक सभी सावधानियों का सख्ती से पालन करें, आवश्यक सुरक्षा उपाय करें।
इस बारे में बात करते हुए उत्तराखण्ड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा, “हमें नए साल का जश्न मनाने के लिए काफी अच्छी बुकिंग मिल रही है, लेकिन नए दिशानिर्देशों के कारण हम दुविधा में हैं। हमें उम्मीद है कि राज्य सरकार कुछ छूट देकर हमारा समर्थन करेगी। इससे न केवल हमें बल्कि अधिकारियों और लोगों को भी कानूनी तरीके से अपने नए साल का आनंद लेने में मदद मिलेगी।ऋषिकेश में एक निजी होटल के मालिक कुलदीप ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हमेशा से पर्यटन रहा है। हम समझते हैं कि सरकार ने संक्रमण की आशंकाओं को देखते हुए यह कदम उठाया है, लेकिन साल के आखिरी सप्ताह में नए साल के जश्न को मनाने के लिए कुछ ढील होनी चाहिए। जिससे इस वर्ष प्रभावित हुए हितधारकों को पर्यटकों की बुकिंग प्राप्त हो सके।