देहरादून। उत्तराखंड के पौड़ी जिले ने राज्य को तीरथ सिंह रावत के रूप में पांचवा मुख्यमंत्री दे दिया है। जिसके बाद एक बार फिर जनपद पौड़ी उत्तराखंड के साथ राष्ट्रीय फलक पर चमक बिखेर रहा है। तीरथ के मुख्यमंत्री बनने से उनके मूल गांव सीरों, सहित पूरे जनपद में खुशी की लहर है। कार्यकर्ताओं और परिजनों द्वारा जश्न का सिलसिला जारी है। ढोल-नगाड़े के साथ खुशी मनाई जा रही है।जनपद पौड़ी से पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी पहली बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने। विकास खंड पौड़ी के राधा बल्लभपुरम गांव के मूल निवासी खंडूड़ी 8 मार्च 2007 में सीएम बने। 2009 के लोकसभा चुनाव में पांचों सीटों पर हार मिलने के बाद पार्टी ने उन्हें 23 जून 2009 में हटा दिया था।हालांकि खंडूड़ी को ठीक चुनाव से पहले सितंबर 2011 में उन्हें सीएम पद पर दोबारा ताजपोशी मिली। जिसे उन्होंने 13 मार्च 2012 तक संभाला। इसके बाद उत्तराखंड को जनपद पौड़ी ने द्वितीय मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक के रुप में दिया। विकास खंड पाबौ के पिनानी गांव निवासी डा. निशंक 24 जून 2009 से 10 सितंबर 2011 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।विजय बहुगुणा के रुप में जनपद पौड़ी ने तीसरा मुख्यमंत्री उत्तराखंड को दिया। जो 13 मार्च 2012 से 31 जनवरी 2014 तक मुख्यमंत्री रहे। विजय बहुगुणा विकास खंड खिर्सू के बुघाणी गांव के मूल निवासी निवासी हैं।खैरासैण गांव निवासी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 18 मार्च 2017 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली। वह जनपद पौड़ी से मुख्यमंत्री बनने वाले चैथे व्यक्ति रहे। अब 10 मार्च 2021 को जनपद पौड़ी ने तीरथ सिंह रावत के रूप में प्रदेश को पांचवा सीएम दिया है।