-सिंगटाली मोटर पुल निर्माण में सरकार की बेरूखी लोगों के लिए बनी मुसीबतः अभिषेक मैथानी
यमकेश्वर/पौड़ी। उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी के यमकेश्वर संयोजक अभिषेक मैथानी ने सिंगटाली मोटर पुल यथाशीघ्र बनाने के लिए आवाज उठाई। उन्होंने कहा ’सिंगटाली मोटर पुल ना बनने से स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह मोटर पुल बनने से गढ़वाल और कुमाऊं को जोड़ेगा और साथ ही 08 जिलों के 35 से अधिक विधानसभाओं को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जोड़गा है। तीन तरफ से राष्ट्रीय राजमार्ग इस सड़क से जुड़े हुए हैं किंतु दुर्भाग्य से इस पुल को निरस्त कर दिया गया। यमकेश्वर के स्थानीय लोगों द्वारा यह पुल के निर्माण के लिए हर स्तर पर ज्ञापन दिया गया एवं निरंतर यह प्रयास किया जा रहा है कि इसे कैसे भी कर के जल्द बनाया जाय ताकि लोगो को आवाजाही में आसानी हो।’
सिंगटाली मोटर पुल निर्माण के मामले में अभी तक स्थानीय लोगो द्वारा सांसद व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, पुर्व सांसद गढ़वाल एवं वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, विधायक यम्केश्वर रितु खंडूरी, विधायक पौड़ी मुकेश कोली, विधायक लैंसडाउन, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल सहित लगभग सभी जनप्रतिनिधियो को ज्ञापन दिये जर चुके है। ’वर्ष 2006 में ब्यास घाट से सिंगटाली तक सड़क मार्ग और मोटर पुल की स्वीकृत हुआ, जो सड़क मार्ग विभिन्न चरणों में 2019 में ढांगू गढ़ के पास बनकर पहुंच गया। यह मार्ग अभी सिंगटाली पहुंच कर गंगा नदी पर मोटर पुल बनकर पूरा होना था। इसी दौरान सवारा फाउंडेशन द्वारा सरकार को यह प्रत्यावेदन दिया गया कि सिंगटाली के पास वह म्यूजियम का निर्माण करेगा तथा मोटर पुल से उसकी शांति और निजता भंग होगी। इसके बाद सरकार ने जनवरी 2020 में सिंगटाली मोटर पुल के निर्माण को निरस्त करते हुए अन्यत्र स्थापित करने की शासनादेश जारी किए। इसी बीच ढांगू विकास समिति मुख्यमंत्री जी से मिल चुकी थी और मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि आपके पुल का निर्माण अवश्य होगा। किंतु वास्तविकता में कुछ नहीं हुआ इसके बाद लॉकडाउन लग गया नवंबर 2020 में पुनः मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन दिया गया। जानकी सेतु के उद्घाटन के दिन मुख्यमंत्री जी ने पुनः पुल की घोषणा की।