Breaking उत्तराखण्ड

आकाश इंस्टीटयूट ने कोरोना के दौरान कर्मचारियों की सहायता के लिए शुरु की कई सुविधाएं

देहरादून। कोविड-19 की विनाशकारी दूसरी लहर का देश भर में लाखों लोगों के निजी जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। मामलों की बढ़ती संख्या के कारण लोगों को अपने प्रियजनों के लिए चिकित्सा सहायता जुटाने में बहुत संघर्ष करना पड़ा है। कर्मचारियों पर व्यक्तिगत दिक्कतों और आगे की अनिश्चितताओं के साथ काम करना भावनात्मक रूप से बहुत ही मुश्किल हो रहा है। कर्मचारियों के प्रति प्राथमिकता एवं सामाजिक रूप से जिम्मेदार कंपनी होने की प्रतिबद्धता और शिक्षकों को सुरक्षित रखने के लिए जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर की तरह काम किया, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल), परीक्षण तैयारी सेवाओं में अग्रणी, ने इस अभूतपूर्व स्वास्थ्य संकट के दौरान कर्मचारियों की मदद के लिए कई सारे सेवाओं की श्रृंखला शुरू की है।
एईएसएल ने अपने कर्मचारियों की मदद करने अथवा कोविड के प्रभाव से बचाने के लिए ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स जैसे उपकरण, डॉक्टर टेली-कंसल्टेशन और साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर, अस्पताल में बिस्तर, दवाओं, आदि की जानकारी देने के लिए एक राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है। किसी भी कर्मचारी की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के होने पर, कंपनी पति या पत्नी को एक वर्ष का पूरा वेतन देगी। कंपनी मृत कर्मचारी के परिवार को तीन साल के लिए चिकित्सा बीमा भी प्रदान करेगा। इसके अलावा, एईएसएल मृत कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा के लिए प्रति माह 5000 रुपये प्रति बच्चे के हिसाब से सहायता प्रदान करेगा, जब तक कि वे भारत में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी नहीं कर लेते। कंपनी मृतक कर्मचारी के पति, पत्नी या बच्चे को योग्यता और उपयुक्त रिक्ति के अनुसार संगठन के भीतर नौकरी का अवसर प्रदान करेगी। इसके अलावा, अगर परिवार को घर के प्रमुख कमाई करने वाले सदस्य की अनुपस्थिति के कारण बैंक में दस्तावेजीकरण, बीमा दावा प्रसंस्करण आदि के लिए किसीभी सहायता की आवश्यकता होती है, तो कंपनी दस्तावेजीकरण और संपत्ति हस्तांतरण में सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।

Related posts

मीड-डे मील को लेकर खत्म हुआ असमंजस

Anup Dhoundiyal

नगर निकाय चुनाव में भाजपा सरकार की विफलताओं को जनता के बीच ले जाने का पीसीसी अध्यक्ष ने किया आह्वान

Anup Dhoundiyal

राज्यपाल ने ली कुमाऊं विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों एवं निदेशकों की बैठक

Anup Dhoundiyal

Leave a Comment