नैनीताल। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शनिवार को कुमाऊँ विश्वविद्यालय में स्थापित डाॅ0 राधाकृष्णन एवं डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद लाॅ काॅलेज मूट कोर्ट का लोकापर्ण किया। लोकापर्ण कार्यक्रम के अवसर पर राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे शैक्षणिक सेवाओं तथा अकादमिक उपलब्धियों की दिशा में किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष कोरोना संकट के बीच वि.वि का कार्य चुनौतियों से भरा रहा। राज्यपाल ने कुमाऊँ विश्वविद्यालय के डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद लाॅ इंस्टियूट द्वारा वर्तमान में एल.एल.एम कोर्स का संचालन साथ ही पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड बीए-एल.एल.बी कोर्स हेतु बी.सी.आई की टीम द्वारा निरीक्षण को छात्रहित में महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि बदलते वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए वि.वि द्वारा पूर्ण डिजीटाइशेन की दिशा में कदम बढ़ाते हुए सूचना प्रौद्योगिकी अवस्थापनाओं के सृजन हेतु प्रयास भी सराहनीय हैं। इससे अकादमिक एवं प्रशासनिक क्रियाकलापों में पारदर्शिता एवं गुणवत्ता आयेगी। राज्यपाल ने कहा कि प्राध्यापक अपने छात्रों को सफल करियर प्रदान में अभिभावक की तरह भूमिका अपनायें। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों में अच्छे आचार-विचार व्यवहार की भावना का विकास होता है। विद्यार्थियों को, युवाओं में नशे की लत व सामाजिक भेदभाव की कुप्रथाओं को समाप्त करने के लिए आगे आना चाहिए। देश किस तरह से आत्मनिर्भर बने, इसके लिए भी नित नये शोध किये जाने की भी जरूरत है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन.के.जोशी ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा नेशनल इंस्टीटूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क में स्थान बनाने हेतु भी सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया जा रहा है साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा प्लेसमेंट एंड काॅउंसलिंग सेल का पुनर्गठन करते हुए छात्रहित में इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेंटर तथा काॅम्पिटिटिव एग्जामिनेशन सेंटर की भी स्थापना की है। इस प्रकार के कार्य किसी भी वि.वि के लिए वर्तमान समय में आवश्यक है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन.के.जोशी, रजिस्ट्रार दिनेश चंद्रा, परिसहाय राज्यपाल आर्मी मेजर मूदित सूद, वि.वि के प्राध्यापक एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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