देहरादून/हल्द्वानी। रविवार को सर्किट हाउस सभागार में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यो के साथ ही कोविड एवं आपदा की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून काल में आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों का नियमित भ्रमण करें तथा बन्द सडकों को न्यून समय मंे खोला जाए तथा किसी प्रकार की आपदा आने पर त्वरित राहत एवं बचाव कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करें तथा जहां-जहां सड़कंे टूटने अथवा धंसने की सम्भावनायें हंै उन सडकों पर यातायात सुचारू करने हेतु पहले से ही जेसीबी तैनात की जाए ताकि आम जनता को आवागमन मे कोई परेशानी का सामना ना करना पडे़। उन्होंने पेयजल व विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे मानसून के दौरान विद्युत एवं पेयजल सूचारू रखने हेतु दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे अभी से उपकरण अथवा सामग्री स्टोर करें ताकि मानसून के दौरान विद्युत एवं पेयजल बाधित होने पर तत्काल सुचारू किया जा सके। उन्हांेने सिचाई विभाग के अधिकारियों के निर्देश दिये कि वे वर्षाकाल में नदियों व बैराजों के जलस्तर पर पैनी नजर रखें तथा बाढ चैकियों को सक्रिय करते हुये नदियों का जलस्तर बढने पर समय-समय पर चेतावनी विभिन्न माध्यमों से जारी करें ताकि जानमाल की हानि को रोका जा सके। जिस पर जिलाधिकारी धीराज सिह गब्र्याल ने बताया कि जनपद में 17 बाढ चैकियां सक्रिय कर दी गई है जिनमें 24 घंटे काम्रिकांे की तैनाती कर दी गई है तथा नदियों के जलस्तर बढने पर नियमित चेतावनी भी दी जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे रोस्टर बनाकर अधिक से अधिक कोविड जांच एवं वैक्सीनेशन किया जा रहा है। वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार नियमित वैक्सीनेशन सेन्टरों को बढाया जा रहा है। जनपद मे ंप्रतिदिन लगभग 15 हजार से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जा रही है।
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